(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Punjab: पंजाब नायब तहसीलदार भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले पांच आरोपी गिरफ्तार, 22 लाख में हुआ था सौदा
इंस्पेक्टर जनरल एमएस छीना ने कहा कि इस मामले में कुल 7-10 लोग शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी होनी अभी बाकी है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने परीक्षा में इन लोगों की मदद ली थी उनकी भी पहचान की जा रही है.
Patiala News: पंजाब में मई में हुई नायब तहसीलदार भर्ती परीक्षा (Naib Tehsildar Recruitment Exam) में कथित तौर पर कुछ परीक्षार्थियों को नकल कराने में मदद करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पटियाला में मीडिया के समक्ष मामले की जानकारी देते हुए इंस्पेक्टर जनरल एमएस छीना ( M S Chhina) ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में तीन पटियाला और दो हरियाणा के कुरुक्षेत्र और जींद से हैं.
22 लाख में हुआ था परीक्षा पास कराने का सौदा
पुलिस अधिकारी ने बताया कि उम्मीदवारों को परीक्षा पास करने में मदद करने के लिए 22 लाख रुपये में सौदा तय हुआ था. उन्होंने कहा कि इस मामले में कुल 7 से 10 लोग शामिल थे, जिनकी गिरफ्तारी होनी अभी बाकी है. उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने परीक्षा में इन लोगों की मदद ली थी उनकी भी पहचान की जा रही है.
कांग्रेस नेता ने लगाए थे परीक्षा में घोटाले के आरोप
बता दें कि कांग्रेस नेता सुखपाल सिंह खैरा ने अक्टूबर में नायब तहसीलदार भर्ती परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाया था. उन्होंने दावा किया था कि क्लर्क और अन्य परीक्षा में फेल होने वाले उम्मीदवारों ने इस परीक्षा में टॉप किया. शिरोमणि अकाली दल नेता बिक्रम सिंह मजीठियाने भी इस परीक्षा में धांधली का आरोप लगता हुए इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी.
आरोपियों से नकल कराने के कई सामान जब्त
वहीं उस समय पंजाब लोक सेवा आयोग ने परीक्षा में धांधली के आरोपों से इंकार किया था. आयोग का कहना था कि भर्ती परीक्षा में धांधली के कोई सबूत नहीं है. वहीं मंगलवार को पुलिस ने कहा कि इस मामले में पटियाला के कोतवाली पुलिस स्टेशन में आईपीसी और आईटी अधिनियम की विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने कहा कि आरोपियों के पास से ग्यारह इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सात मिनी ब्लूटूथ ईयरबड, 12 मोबाइल, एक लैपटॉप और दो पेन ड्राइव जब्त किए गए हैं.
छिना ने कहा कि आरोपियों ने कुछ डमी उम्मीदवारों से परीक्षा के लिए आवेदन कराया था ताकि वे छिपे हुए कैमरों का उपयोग करके प्रश्न पत्र की तस्वीरें क्लिक कर सकें और उन्हें हल करने के लिए उस विषय के एक्सपर्ट्स के साथ साझा कर सकें. इसके बाद सिम कार्ड और ब्लूटूथ ईयरबड लगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का उपयोग असली उम्मीदवारों को प्रश्नों के जवाब दिए गए.
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