Punjab Flood: पंजाब में एक महीने में दूसरी बार आई बाढ़ तो सीएम भगवंत मान ने कही ये बड़ी बात
पंजाब में भाखड़ा और पोंग बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद तीन जिलों के कई इलाकों में पानी भर गया है. सीएम मान ने कहा कि बाढ़ की स्थिति पर उनकी पैनी नजर है.
Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार बाढ़ की स्थिति पर पैनी नजर रख रही है तथा बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव और राहत अभियान जारी है. अधिकारियों ने बताया कि भाखड़ा और पोंग बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद तीनों जिलों के कई इलाकों में जलभराव हो गया. उन्होंने बताया कि सतलुज नदी पर भाखड़ा बांध और ब्यास नदी पर पोंग बांध (दोनों हिमाचल प्रदेश में हैं) अपने-अपने जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद भरे हुए हैं.
1 महीने में पंजाब में आई बाढ़
पंजाब में एक महीने से अधिक समय में दूसरी बार बाढ़ आई है. नौ जुलाई से 11 जुलाई के बीच राज्य में हुई बारिश से पंजाब के कई हिस्से प्रभावित हुए, जिससे बड़े पैमाने पर कृषि क्षेत्रों और अन्य क्षेत्रों में पानी भर गया और जन-जीवन प्रभावित हुआ. सीएम मान ने कहा कि राज्य में बाढ़ की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सरकार हालात पर नजर रख रही है. उन्होंने अपने मंत्रियों से बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने को भी कहा. मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि पंजाब सरकार अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण हिमाचल प्रदेश सरकार और भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) के साथ लगातार संपर्क में है.
लोगों से नदियों के पास ना जाने की अपील
सीएम मान ने कहा कि पोंग बांध और रणजीत सागर बांध पर भी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और लोगों के जान माल की रक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में राहत प्रयासों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और वह व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर नजर रख रहे हैं. पंजाब सरकार ने सोमवार को एक परामर्श में गुरदासपुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और तरनतारन जिलों के निवासियों से कहा था कि वे ब्यास नदी के पास न जाएं, क्योंकि यह निर्णय लिया गया था कि पोंग बांध से पानी छोड़ा जाएगा.
नदी किनारे के गावों में घुसा पानी
बांधों से पानी छोड़े जाने के बाद यह निचले इलाकों और ब्यास तथा सतलुज नदियों के किनारे स्थित कई गांवों में भी घुस गया. ग्रामीणों ने बताया कि बाढ़ के पानी के कारण कई स्थानों पर खेतों में लगी फसलें भी डूब गई हैं. अधिकारियों ने बताया कि कई ग्रामीणों को सुरक्षित निकाल लिया गया है. कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह और ब्रह्म शंकर जिम्पा ने होशियारपुर जिले के टांडा और मुकेरियां में बाढ़ प्रभावित इलाकों की स्थिति का जायजा लिया. मंत्री हरभजन सिंह ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि बचाव अभियान जारी है और लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए नौकाएं तैनात की गई हैं. उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग और खनन विभाग ब्यास नदी के किनारे तटबंधों की दरारों को भरने में लगे हुए हैं.
लोगों को सुरक्षित निकाला गया
पंजाब के शिक्षा मंत्री और आनंदपुर साहिब के विधायक हरजोत सिंह बैंस ने रूपनगर जिले में बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया. उन्होंने कहा कि आनंदपुर साहिब के हरसा बेला और पट्टी दुलची गांवों में फंसे लोगों को बचाया गया. बैंस ने सतलुज नदी के किनारे रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की. वहीं, भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बीबीएमबी) ने बुधवार को कहा कि वह जलाशयों में पानी को सुरक्षित स्तर तक ले जाने के लिए अगले चार से पांच दिनों तक नियंत्रित तरीके से अतिरिक्त पानी छोड़ेगा.
भाखड़ा और पोंग छोड़ा गया पानी
बीबीएमबी सचिव सतीश सिंगला ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि भाखड़ा और पोंग जलाशयों में पानी के भारी प्रवाह के बाद बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को भाखड़ा और पोंग बांधों में जल स्तर क्रमश: 1,677 फीट और 1,398 फीट था. इस बात पर जोर देते हुए कि बांधों की सुरक्षा को भी देखा जाना चाहिए, सिंगला ने कहा कि पानी छोड़ने के संबंध में कोई भी निर्णय पंजाब सरकार के परामर्श से लिया जाता है.
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