Haryana News: कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने बुधवार को हरियाणा की भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) की गठबंधन सरकार पर आरोप लगाया कि राज्य सरकार हालिया बाढ़ से बड़े पैमाने पर हुई तबाही के बावजूद गहरी नींद में सोई हुई है. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा लगता है कि सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों को उनके हाल पर छोड़ दिया है. 


किसानों को फसलों का मुआवजा देने की मांग
एक बयान के अनुसार, राज्य भर में बाढ़-प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हुड्डा ने रोहतक के रिठाल, काहनी, घिलोड़, जसिया, ब्राह्मणवास, बसंतपुर, धामद, मकड़ौली कलां और किलोई गांवों का दौरा किया और लोगों की परेशानियां सुनीं. इससे पहले, हुड्डा ने रोहतक शहर के सुखपुरा चौक समेत कई इलाकों में भी जलभराव का जायजा लिया. पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि सरकार ने शहरों और गांवों में सीवेज और नालियों की सफाई नहीं कराई, यही कारण है कि जलजमाव की समस्या इतनी विकराल हो गई है. हर बारिश के बाद शहरों की सड़कों पर जलजमाव हो जाता है. हुडा ने कहा, “कांग्रेस की मांग है कि सरकार उन किसानों को फसल 40,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दे जिनकी फसल बर्बाद हुई है. जलजमाव के कारण खेतों में लगी पानी की मोटर और पंप सेट भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. 


लोगों के नुकसान की भरपाई जल्द हो
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के बजाय बीमा कंपनियों को लाभ पहुंचाने वाली योजना बन गई है. उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से पशुओं के चारे की भी कमी हो गई है. ऐसे में सरकार को चारे की व्यवस्था करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि घरों, दुकानों और व्यवसायों को हुए नुकसान की भरपाई भी जल्द से जल्द की जानी चाहिए. हुड्डा ने कहा कि बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान गरीब तबके को हुआ है. खेतिहर मजदूरों को काम नहीं मिल पाया है. सरकार को मनरेगा मजदूरों को भी कम से कम 30 दिन की अतिरिक्त मजदूरी देनी चाहिए.


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