Haryana News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ट्रैक्टर पर सवार होकर बुधवार को बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने पहुंचे. उन्होंने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सरकार से युद्ध स्तर पर काम करने की अपील की है. स्थानीय लोगों से उनकी समस्याओं के बारे में बात करने के बाद, पूर्व सीएम ने कुरुक्षेत्र, शाहाबाद और अंबाला शहरों में खेतों तथा आवासीय क्षेत्रों की स्थिति को देखा. हुड्डा ने कहा कि जलभराव एक बड़ी समस्या बन गई है. सरकार को स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए युद्ध स्तर पर काम करना होगा.
‘सेना की मदद से राहत कार्य आगे बढ़ाना चाहिए’
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को लोगों की जान-माल की रक्षा के लिए एनडीआरएफ और सेना की मदद से राहत कार्य को आगे बढ़ाना चाहिए. विपक्ष के नेता ने कहा कि अगर सरकार समय रहते एहतियाती कदम उठाती तो लोगों को इस आपदा से बचाया जा सकता था. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि सरकार ने बारिश से पहले न तो बाढ़ नियंत्रण बोर्ड की बैठक बुलाई और न ही बरिश के पानी के आउटलेट, सीवरेज व नालों की सफाई कराई. अगर सरकार समय रहते अपनी जिम्मेदारी निभाती तो फसलों, दुकानों और घरों को काफी हद तक डूबने से बचाया जा सकता था. सरकार को कोई लापरवाही या ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए. उनके पास जो भी संसाधन हैं, उन्हें वर्षा जल की निकासी के लिए जुटाना और तैनात करना चाहिए. इसके साथ ही बाढ़ से हुए नुकसान का आंकलन कर लोगों के लिए मुआवजे की घोषणा की जानी चाहिए.
‘पीड़ितों को दिया जाए उचित मुआवजा’
हुड्डा ने याद दिलाया कि इससे पहले 1995-96 में भी प्रदेश को बाढ़ का सामना करना पड़ा था. उस समय भी लोगों को बाढ़ से हुए नुकसान से उबरने के लिए सरकार की ओर से मुआवजा दिया गया था. इस बार भी बाढ़ के कारण किसानों की हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो गई है, कई लोगों के घर गिर गए हैं या उनमें दरारें आ गई हैं और दुकानें भी डूब गई हैं. इन सभी वर्गों को उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए.