(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Pandit Sukh Ram Brain Stroke: पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम ब्रेन स्ट्रोक के चलते जोनल अस्पताल मंडी में भर्ती, सीएम जयराम ठाकुर पहुंचे मिलने
Pandit Sukh Ram Brain Stroke: हिमाचल के कांग्रेस नेता और पूर्व दूरसंचार मंत्री पंडित सुख राम को शनिवार को ब्रेन स्ट्रोक की वजह से मंडी के नेताजी सुभाष चंद्र बोस जोनल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
Pandit Sukh Ram Brain Stroke: हिमाचल प्रदेश की राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम को शुक्रवार को ब्रेन स्ट्रोक के चलते जोनल अस्पताल मंडी मे भर्ती करवाया गया था. अब उनके स्वास्थ्य मे सुधार है, अस्पताल में डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनके स्वास्थ्य की निगरानी में है. वहीं आज सुबह ही पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम के स्वास्थ्य का कुशलक्षेम जानने के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी अस्पताल पहुंचे और उनके स्वास्थ्य का डाक्टरों से ब्यौरा लिया और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना की. पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम की स्वास्थ्य कारणों से नाजुक हालत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने अपना सरकारी हेलीकॉप्टर उन्हें दिल्ली छोड़ने के लिए भेजा और स्वयं सड़क मार्ग से कुल्लू के बंजार को निकल गए.
पूर्व दूरसंचार मंत्री और मंडी से कांग्रेस नेता पंडित सुखराम (95) को ब्रेन स्ट्रोक हुआ. फिर उन्हें शाम को करीब चार बजे इलाज के लिए मंडी के जोनल अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया.पारिवार के अनुसार दोपहर में कांग्रेस नेता सुख राम की हालत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया. वहीं उनकी तबियत को लेकर मंडी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ देवेंद्र शर्मा ने कहा कि सुख राम की हालत स्थिर है और अस्पताल का मेडिकल स्टाफ उन्हें जरूरी दवा दे रहा है.
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सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य जांच चल रही है. वहीं आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सुख राम को बेहतर इलाज के लिए कल तक दिल्ली या किसी अन्य स्थान पर एयरलिफ्ट किया जा सकता है. मंडी सदर से बीजेपी विधायक अनिल शर्मा, पंडित सुख राम के पुत्र और आश्रय शर्मा सहित अन्य रिश्तेदार सुखराम के इलाज के लिए अस्पताल में मौजूद रहे.
पंड़ित सुख राम ने साल 1993 से 1996 तक संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के रूप में कार्य किया है. वह हिमाचल प्रदेश के मंडी निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा के सदस्य थे और उन्होंने पांच बार विधानसभा चुनाव और तीन बार लोकसभा चुनाव जीता. साल 2011 में उन्हें भ्रष्टाचार के लिए पांच साल जेल की सजा सुनाई गई थी, जब वह 1996 में केंद्रीय दूरसंचार मंत्री थे.