Lawrence Bishnoi: कौन है प्रिंस तेवतिया जिसको तिहाड़ में उतारा मौत के घाट, साल 2008 में दर्ज हुआ था पहला केस
बदमाश प्रिंस तेवतिया की तिहाड़ जेल में शुक्रवार को हत्या कर दी गई, प्रिंस तेवतिया के खिलाफ 16 अलग-अलग केस दर्ज थे. प्रिंस तेवतिया ने हत्या, लूट, जालसाजी की कई घटनाओं को अंजाम दिया था.
Punjab News: गैंगस्टर लॉरेंस गैंग से जुड़े एक और बदमाश की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है. शुक्रवार को तिहाड़ जेल में हत्या बदमाश प्रिंस तेवतिया की हत्या कर दी गई. प्रिंस तेवतिया के खिलाफ 16 अलग-अलग केस दर्ज थे. 2010 से प्रिंस तेवतिया जुर्म की दुनिया में हत्या, लूट की वारदातों को अंजाम देता रहा. तिहाड़ जेल नंबर 3 में शुक्रवार शाम कुछ अन्य बदमाशों ने तेवतिया पर चाकू से कई वार किए, गंभीर हालत में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गैंगवार में 3 कैदी भी हुए घायल
सूत्रों की माने तो प्रिंस तेवतिया ने पहले अब्दुर रहमान नाम के एक कैदी पर हमला किया था, जिसके बाद रहमान और तेवतिया ग्रुप में झड़प हुई, इस झड़प में 3 और कैदी भी घायल हुए है. कई संगीन मामलों में आरोपी तेवतिया को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा था.
2008 पर तेवतिया पर दर्ज हुआ पहला केस
प्रिंस तेवतिया पर 2008 में झगड़े का पहला केस दर्ज हुआ था. उसके बाद तेवतिया अपराध की दुनिया में आगे बढ़ता चला गया. तेवतिया के पिता को किसी लड़के ने थप्पड़ मारा तो उसकी हत्या कर दी, 2010 में हत्या के मामले में तेवतिया की गिरफ्तारी हुई. गिरफ्तारी के बाद खुद को नाबालिग साबित करने के लिए तेवतिया की तरफ से जाली कागजात पेश किए गए जिसपर एक और मामला दर्ज हुआ. इसके बाद प्रिंस तेवतिया का संपर्क गैंगस्टर लॉरेंस से हुआ.
इसके बाद अपराध की दुनिया में तेवतिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा, एक बार पुलिस ने तेवतिया को हथियारों के एक जखीरे के साथ गिरफ्तार किया था. 2015 में जेल से बाहर आने के बाद तेवतिया फिर वारदातों को अंजाम देने लगा. 2019 में अपनी शादी की लिए पैरोल लेकर बाहर आया तेवतिया फरार हो गया. कुछ महीने बाद स्पेशल सेल ने फिर गिरफ्तार कर लिया. 7 महीने जेल में रहने के बाद वो पिछले साल वो जमानत फिर बाहर आया और इस बार तेवतिया ने कोर्ट में कोरोना का फर्जी प्रमाण पत्र जमा करवाया जिसके बाद उसके ऊपर एक और मामला दर्ज किया गया. फिलहाल तेवतिया तिहाड जेल में बंद था, अभी उसके अलग-अलग थानों में 16 केस दर्ज थे.