Punjab News: पंजाब के अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में लड़की को जाने से रोकने को लेकर हुए विवाद में अब एक नया मोड़ आ गया है. लड़की के पिता ने मामले को लेकर अब माफी मांगी है. उनका कहना है कि इस मुद्दे को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया. उनका विवाद पैदा करने का कोई इरादा नहीं था. अगर उनकी वजह से किसी की भावनाएं आहत हुई है तो वो उसके लिए माफी मांगते है. लड़की के पिता ने कहा कि उन्हें नहीं पता था वीडियो इतना वायरल हो जाएगा और उसे गलत तरीके से लिया जाएगा. 


सुरक्षा के सबूत के तौर पर भेजा था वीडियो
वही मामले को लेकर अंबाला की रहने वाली उस लड़की का कहना है कि उसने सुरक्षा के सबूत के तौर पर व्हाट्सएप ग्रुपों में वीडियो शेय़र किया था. ताकि बाद में कुछ गलत ना हो जाए. लेकिन उसे नहीं पता था कि वीडियो इतना वायरल हो जाएगा. लड़की का कहना है कि जब वो स्वर्ण मंदिर गई तो उसे ड्रेस एडजस्ट करने के लिए भी कहा गया था, तो उसने कहते ही अपनी ड्रेस एडजस्ट कर ली. लेकिन जब एक सेवादार ने चेहरे पर झंडा देखा तो उसके बाद सारा मामला हुआ जो उस वीडियो में है. 


‘मत्था टेकने जाएंगे स्वर्ण मंदिर’
लड़की के पिता ने कहा कि वीडियो के वायरल होने के बाद लोग सिख समुदाय, स्वर्ण मंदिर के सेवादार, एसजीपीसी और उनके परिवार को लेकर गलत टिप्पणियां कर रहे है. वो फिर से स्वर्ण मंदिर जाकर, मत्था टेककर, देश के सद्भाव के लिए प्रार्थना करेंगे. क्योंकि उनका मकसद किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था.


एसजीपीसी ने पहली ही मांगी थी माफी
वहीं आपको बता दें कि इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद एसजीपीसी के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने भी माफी मांगते हुए कहा था कि अगर किसी को स्वर्ण मंदिर के सेवादार की वजह से ठेस पहुंची तो वो क्षमा मांगते है. लेकिन बड़े शर्म की बात है कि लोग ट्वीट कर रहे हैं, यहां देश विदेशों से जितने भी श्रदालु आते हैं, हम उनका आदर करते है.


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