Punjab News: पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने भगवंत मान सरकार को एक और झटका दिया है. इस बार राज्यपाल ने हालिया बजट सत्र को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है. राज्यपाल ने इस बारे में मुख्यमंत्री भगवंत मान को नियमित पत्र लिखा है. राज्यपाल ने बजट सत्र की मंजूरी देने से पहले मुख्यमंत्री से स्पष्टीकरण मांगा है. बता दें कि पंजाब कैबिनेट ने 21 फरवरी को बैठक कर 3 मार्च से 24 मार्च तक बजट सत्र बुलाने की सिफारिश की थी और इसे राज्यपाल के पास मंजूरी के लिए भेजा था.


राज्यपाल और सीएम में बढ़ता जा रहा है विवाद


राज्यपाल ने गुरुवार को मुख्यमंत्री भगवंत मान को पत्र लिखा था कि वह पहले मुख्यमंत्री द्वारा किए गए 'अपमानजनक' ट्वीट और 14 फरवरी को लिखे पत्र पर कानूनी सलाह लेंगे और उसके बाद बजट सत्र बुलाने के बारे में निर्णय लिया जाएगा. विदित हो कि राज्यपाल ने 13 फरवरी को मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर सिंगापुर भेजे गये प्रधानाध्यापकों के चयन एवं व्यय, दलित बच्चों की छात्रवृत्ति, इंफोटेक के अध्यक्ष, कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति एवं आईपीएस कुलदीप चाहिल आदि के बारे में पत्र लिखा था. उनके बारे में लिखे गए पत्रों का जवाब नहीं देने का मुद्दा उठा.


दरअसल, पंजाब सरकार और राज्यपाल के बीच बीते दिनों से लगातार तनातनी चल रही है. पंजाब सरकार आरोप लगा रही है कि राज्यपाल अवैध रूप से भाजपा के इशारे पर हस्तक्षेप कर रहे हैं। उधर, राज्यपाल का कहना है कि पंजाब सरकार से जवाब मांगना उनका संवैधानिक अधिकार है.


सीएम भगवंत मान ने दिया था ये जवाब


राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित द्वारा सिंगापुर भेजे गए प्रधानाध्यापकों के चयन को लेकर जब सीएम भगवंत मान से जानकारी मांगी गई थी तो उन्होंने लिखा था कि पत्र में लिख गए प्रश्न राज्य सरकार के विषय है, भारतीय संविधान के अनुसार मैं करोड़ पंजाबियों के प्रति जवाबदेह हूं. पंजाब के लोग भी आपसे पूछना चाहते है कि विभिन्न राज्यों के राज्यपालों का चुनाव केंद्र सरकार किस आधार पर करती है? कृपया ये बताकर पंजाबियों का ज्ञान बढ़ाएं.


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