Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान  और राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित के बीच चल रही जुबानी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. दोनों की तरफ से लगातार एक दूसरे पर तंज कसे जा रहे है. 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी कुछ ऐसा ही हुआ. सीएम मान राज्यपाल पुरोहित द्वारा आयोजित औपचारिक 'एट होम' स्वागत समारोह में नहीं पहुंचे. तो इसपर चुटकी लेते हुए राज्यपाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने एट होम समारोह में शामिल नहीं होने का विकल्प चुना. उनका निर्णय उनकी अपनी समझ के अनुरूप है. मुख्यमंत्री ने शायद इस कार्यक्रम को छोड़ने का फैसला किया, शायद वह राजभवन के बाहर रखे गए औपचारिक तोपों से डरते हैं. 


राज्यपाल ने किया पलटवार


राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित अप्रत्यक्ष रूप से जून में विधानसभा में मुख्यमंत्री की उस टिप्पणी के लिए उन पर कटाक्ष कर रहे थे, जिसमें उन्होंने उल्लेख किया था कि लोगों को डराने के लिए राजभवन के बाहर कैनन लगाए गए हैं. वहीं सीएम मान के कार्यक्रम में ना आने को लेकर जब राज्यपाल से मीडिया ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि समारोह के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री सहित विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों को निमंत्रण दिया गया था। मुख्यमंत्री कार्यालय ने भी निमंत्रण प्राप्ति की विधिवत पुष्टि की थी.


छवि खराब करने का आरोप


आपको बता दें कि इससे पहले भी राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने सीएम मान ने जून में हुए विधानसभा सत्र के दौरान उनकी छवि खराब करने का आरोप लगाया था. राज्यपाल ने कहा था कि उनके लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है. उनके लिए कहा गया है कि 'लेटर लिखता रहता है..वेहला है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल को कोई बदनाम नहीं कर सकता है. राज्यपाल पुरोहित ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपनी भाषा का ध्यान रखना होगा, वो बिना किसी कारण मुझे गाली नहीं दे सकते.  


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