Punjab Govt School: पंजाब के सरकारी स्कूलों में पहली बार मनाई गई ‘ग्रेजुएशन सेरेमनी’, शिक्षा मंत्री ने शेयर की तस्वीरें
स्कूलों के प्री-प्राइमरी बच्चों के लिए ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन किया गया. नन्हें मुन्ने बच्चे ग्रेजुएशन गाउन और कैप पहने दिखाई दिए. इस आयोजन का मकसद सरकारी स्कूलों में बच्चों के एडमिशन बढ़ाना है.
Punjab News: पंजाब के सरकारी स्कूलों के प्री-प्राइमरी बच्चों के लिए पहली बार ग्रेजुएशन सेरेमनी’ का आयोजन किया गया. एलकेजी व यूकेजी में पढ़ने वाले नन्हें बच्चों को ग्रेजुएशन ड्रेस पहनाई गई. प्रदेश के लगभग 12,800 सरकारी स्कूलों में ग्रेजुएशन सेरेमनी’ का आयोजन किया गया, जिसमें ग्रेजुएशन गाउन और कैप पहने, यूकेजी के छोटे बच्चों को उनके शिक्षकों से प्रशंसा प्रमाणपत्र भी मिला और उन्हें उनके पेरेंट्स के सामने कक्षा 1 में प्रमोट किया गया.
बच्चों में बढ़ेगा आत्मविश्वास
पंजाब के शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि ग्रेजुएशन सेरेमनी का आयोजन बच्चों को अपने आप में स्पेशल महसूस कराने के लिए एक प्रयास था. बच्चों को प्री-स्कूल सर्टिफिकेट देने के लिए एक-एक कर मंच पर बुलाया गया. बच्चों के लिए कई कार्यक्रमों का भी आयोजन किया गया. इस दीक्षांत समारोह की एक थीम भी रखी गई थी. जिसका नाम रखा गया था "दो साल प्री-प्राइमरी दे नाल, हुन मैं पहली जमात लायी तैयार’ . शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस आयोजन का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि माता-पिता अपने कक्षा का इन सरकारी स्कूलों में ही एडमिशन करवाए. शिक्षकों को यह निर्देश पहले ही दे दिए गए थे.
पेरेंट्स को दिए गए रिपोर्ट कार्ड
ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान बच्चों के पेरेंट्स को उनके रिपोर्ट कार्ड दिए गए. जिसमें कई सवाल भी पूछे गए थे कि क्या बच्चा कक्षा में खुश है?, वह स्कूल आना पसंद करता है या नहीं?, कक्षा की गतिविधियों में भाग लेता है या नहीं, देखभाल कर रहा है, दूसरों के साथ कैसा व्यवहार है. ग्रेजुएशन सेरेमनी के दौरान बच्चों को मेडल और बैज देकर भी सम्मानित किया गया. साथ ही शिक्षकों से लेकर मिड-डे मील वर्कर्स और स्कूल कर्मचारियों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचवाई गई.