Punjab Politics: 'आपका बिल्ली-कबूतर नाटक आज खत्म हो गया', CM भगवंत मान पर अकाली नेता विरसा सिंह वल्टोहा का पलटवार
Gurbani Telecast Issue: सीएम मान ने कहा कि, क्या आज की बैठक में सभी के लिए पवित्र गुरबाणी के मुफ्त प्रसारण के बारे में कोई चर्चा हुई या फिर मुझे शाप देने का प्रस्ताव पारित करके बैठक समाप्त कर दी गई?
Gurbani Telecast Issue: पंजाब में गुरबाणी के फ्री प्रसारण को लेकर शुरू हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. इसको लेकर शिरोमणि अकाली दल और आप सरकार के बीच तीखी बहस जारी है. ऐसे में सीएम भगवंत मान द्वारा शिरोमणि अकाली दल की बैठक पर किए गए ट्वीट के बाद नेता विरसा सिंह वल्टोहा ने मान पर जमकर हमला बोला है.
'बिल्ली कबूतर का नाटक आज खत्म'
दरअसल, शिरोमणि अकाली दल के नेता ने सीएम से कहा कि, 'आपका "बिल्ली कबूतर" का नाटक आज खत्म हो गया है. आज तुमने शेरों की दहाड़ सुनी है, यदि तुम इसे अभी खोल सकते हो तो अपनी आंखें निकाल लो और यदि नहीं खोल सकते तो भाग जाओ. नहीं तो मस्सा रांगड़ बहुत शरारतें करते थे, लेकिन सिंहों को आपकी शरारतें पसंद नहीं आती. इतिहास अकाली सिंहों के साथ जो हुआ उससे भरा पड़ा है और पूरी दुनिया इससे वाकिफ है.
सीएम भगवंत मान ने किया था ये ट्वीट
बता दें कि,सीएम मान ने ट्वीट कर कहा कि, 'अकाली दल बादल के मुख्य प्रवक्ता हरजिंदर सिंह धामी जी, क्या आज की बैठक में सभी के लिए पवित्र गुरबाणी के मुफ्त प्रसारण के बारे में कोई चर्चा हुई या फिर मुझे शाप देने का प्रस्ताव पारित करके बैठक समाप्त कर दी गई? जब कबूतर आंख मारता है तो बिल्ली भागती नहीं.'
ਸ਼੍ਰੋਮਣੀ ਅਕਾਲੀ ਦਲ ਬਾਦਲ ਦੇ “ਮੁੱਖ ਬੁਲਾਰੇ” ਸ੍ਰੀ ਹਰਜਿੰਦਰ ਸਿੰਘ ਧਾਮੀ ਜੀ ਅੱਜ ਦੇ ਇਜਲਾਸ ਵਿੱਚ ਪਵਿੱਤਰ ਗੁਰਬਾਣੀ ਦੇ ਸਭ ਨੂੰ ਮੁਫਤ ਪ੍ਰਸਾਰਣ ਬਾਰੇ ਕੋਈ ਵਿਚਾਰ ਵਟਾਂਦਰਾ ਹੋਇਆ ਜਾਂ ਫਿਰ ਮੈਨੂੰ ਗਾਲਾਂ ਕੱਢਣ ਦਾ ਮਤਾ ਪਾਸ ਕਰਕੇ ਇਜਲਾਸ ਖਤਮ??..ਧਾਮੀ ਸਾਹਬ ਲੋਕ ਸਭ ਦੇਖ ਰਹੇ ਨੇ..ਕਬੂਤਰ ਦੇ ਅੱਖਾਂ ਮੀਚਣ ਨਾਲ ਬਿੱਲੀ ਨਹੀਂ ਭੱਜਦੀ…
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) June 26, 2023
पीटीसी नेटवर्क करता है प्रसारण
वहीं इससे पहले सीएम ने कहा था कि, अमृतसर में हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर) से गुरबानी का प्रसारण सभी के लिए मुफ्त होना चाहिए. राज्य विधानसभा में प्रस्ताव के बाद अब सीएम मान सिख गुरुद्वारा अधिनियम 1925 में एक नया खंड जोड़ने की योजना बना रहे थे. दरअसल, हरमंदिर साहिब 1998 से सुबह और शाम गुरबानी का प्रसारण कर रहा है. गुरबानी के प्रसारण अधिकार 2007 से राजनीतिक रूप से बादल परिवार के स्वामित्व वाले पीटीसी नेटवर्क के पास हैं. पीटीसी नेटवर्क इसके लिए हरमंदिर साहिब का प्रबंधन करने वाली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति को सालाना 2 करोड़ रुपये का भुगतान करता है.