Haryana News: गुरुग्राम (Gurugram) में एक बार फिर प्रदूषण ने लोगों का बुरा हाल कर दिया है. प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में जलन होने लगी है. सांस लेने में भी लोगों को दिक्कत हो रही है. शुक्रवार की सुबह प्रदूषण के चलते करीब 100 मीटर के बाद सिर्फ धुंध ही धुंध नजर आती रही थी. हर बार की तरह इस साल भी प्रदूषण ने अपना कहर बरपा दिया है. आसमान में धुंध की तरह प्रदूषण छाया हुआ है. सूरज निकलने के बाद भी प्रदूषण कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
गुरुग्राम के जिलाधीश ने तो प्रदूषण को देखते हुए खुले में कूड़ा जलाने को लेकर धारा 144 भी लागू कर दी है. क्योंकि, कचरा जलाने से आसमान में धुआं फैलता है और धुएं से प्रदूषण. प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है. दिवाली तक प्रदूषण का स्तर यहीं रहने वाला है, जिससे लोगों को परेशानी होने वाली है.
डीसी ने लगाए ये प्रतिबंध
दरअसल जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक में गिरावट और शहर में प्रदूषण के उच्च स्तर के प्रभाव को देखते हुए जिलाधीश और डीसी निशांत कुमार यादव ने औद्योगिक, शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध लगाते हुए धारा 144 लागू करने के आदेश दिए हैं. उन्होंने बताया कि जारी किए गए आदेश तत्काल प्रभाव से लागू होंगे. इसके साथ-साथ जिलाधीश ने ये भी कहा कि गलियों में बैकयार्ड, औद्योगिक क्षेत्र और रिहायशी इलाकों में ग्रामीण इलाकों में कूड़ा कचरा जलाने पर सख्त पाबंदी लगा दी गई है.
निर्देशों की धज्जियां उड़ाने वालों पर होगा कार्रवाई
बता दें कि गुरुग्राम के डीसी ने सभी म्युनिसिपल अथॉरिटी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इस आदेश का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ-साथ डीसी ने कहा है कि अगर कोई इन निर्देशों की धज्जियां उड़ाता पाया गया तो उसपर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
'हल्का चश्मा लगाकर ही बाहर निकलें'
प्रदूषण के कारण लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत को लेकर एबीपी न्यूज ने गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र यादव से बात की. उन्होंने कहा कि जितना हो सके इस प्रदूषण से बचकर रहें, मुंह पर मास्क लगाकर बाहर निकलें आंखों में जलन हो रही है तो डॉक्टर की सलाह से कोई आई ड्रॉप आंखों में रात के समय जरूर डालें. उन्होंने बताया कि आंखों पर हल्का चश्मा लगाकर ही बाहर निकलें, ताकि आंखों में जलन न हो और सांस लेने में भी दिक्कत न हो.
बुजुर्गों और छोटे बच्चों की बढ़ी मुश्किल
डॉ. वीरेंद्र यादव ने कहा कि इस बढ़ते प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत बुजुर्ग और छोटे बच्चों को हो रही है. जिन बुजुर्गों को अस्थमा की प्रॉब्लम है, उन्हें सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है. बच्चों को भी सांस लेने में दिक्कत हो रही है. ऐसा लगता है जैसे बच्चों को अस्थमा हो गया हो. डॉ. वीरेंद्र यादव ने लोगों को घर से बाहर निकलते समय मुंह पर मास्क और आंखों पर हल्का चश्मा लगाने की सलाह दी है.