Gurugram News: दिल्ली से सटा साइबर सिटी गुरुग्राम अब गैस चैंबर बन चुका है. हर तरफ जहरीला कोहरा छाया हुआ है. गुरुग्राम में प्राइमरी तक सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. जिधर भी देखो, जहरीले कोहरे का गुब्बार नजर आता है. जहरीले कोहरे के चलते आंखों में जलन और सांस लेने में भी दिक्कत होने लगी है. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए गुरुग्राम जिला प्रशासन ने प्राइमरी स्कूल बंद कर दिए गए हैं. सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को अगले आदेश तक बंद रहने का नोटिस जारी दिया गया है.
बता दें कि प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता ही जा रहा है. इस प्रदूषण से छोटे बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानियां हो रही हैं. बाहर निकलो तो आंखों में जलन और बड़े बुजुर्गों को फेफड़ों में इंफेक्शन होने लगा है. इसके चलते डॉक्टर ने भी बच्चों और बुजुर्गों को घर में रहने की सलाह दी है.
डॉक्टर ने दी सावधानी बरतने की सलाह
बढ़ते प्रदूषण को लेकर क्या-क्या एहतियात बरतने चाहिए, इसके लिए एबीपी न्यूज़ ने गुरुग्राम के सीएमओ डॉक्टर वीरेंद्र यादव से बात की. उन्होंने बताया कि बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है. इस जहरीले प्रदूषण में बाहर निकलने वाले लोगों की आंख में जलन होने लगती है इसके लिए बार-बार अपनी आंखों पर पानी के चपके के मारते रहे ताकि जलन कम हो या फिर हल्का चश्मा लगाकर बाहर निकले.
घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें
इसके साथ-साथ डॉक्टर वीरेंद्र यादव ने कहा कि अगर बाहर निकलना बहुत जरूरी है तो घर से ही अच्छी क्वालिटी का मास्क लगाकर निकले ताकि प्रदूषण से कुछ बचाव हो सके. बिना मास्क के निकलने वाले बच्चों और बुजुर्गों को फेफड़ों में इन्फेक्शन की शिकायत लगातार आ रही है, क्योंकि यह जहरीला प्रदूषण शरीर के अंदर जाकर इंफेक्शन फैला रहा है. इसके साथ-साथ डॉक्टर वीरेंद्र ने यह भी कहा कि धूम्रपान न करने वालों के लिए यह एक दिन में एक डब्बी सिगरेट पीने के बराबर धुआ उनके शरीर के अंदर जा रहा है, इसलिए बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग अवश्य करें, खासकर छोटे बच्चे और बुजुर्ग को तो बिल्कुल भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए.
जिला प्रशासन ने प्रदूषण की रोकथाम के लिए किए ये काम
गुरुग्राम जिला प्रशासन ने खुले में कूड़ा जलाने को लेकर धारा 144 लगा रखी है. इसके अलावा भवन निर्माण पर भी रोक लगा रखी है. इसके साथ-साथ प्राइमरी स्कूल की भी प्रदूषण के चलते अगले आदेश तक छुट्टी कर दी गई है. फिलहाल प्रशासन अपनी तरफ से लगातार प्रदूषण से बचाव के तरीके अपना रहा है, लेकिन प्रदूषण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है.
(राजेश यादव की रिपोर्ट)
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