Haryana News: गुरुग्राम में इन दिनों कचरों का अंबार नजर आता है. मिलेनियम सिटी मलीन हो गई है. कचरा का संग्रहण और उठान ठीक से नहीं हो पा रहा है. दो दिन पूर्व मुख्य सचिव एवं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष टीवीएसएन प्रसाद ने कचरा प्रबंधन के आदेश दिये थे. उन्होंने साफ कहा कि गुरुग्राम में कचरा पर्यावरण के साथ-साथ लोगों की सेहत पर भी प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार ने गुरुग्राम में पालिका ठोस अपशिष्ट की नितांत आवश्यकता घोषित की है.
महत्वपूर्ण अपशिष्ट प्रबंधन मुद्दों को हल करने के लिए स्वीप (ठोस अपशिष्ट पर्यावरण आवश्यकता कार्यक्रम) भी शुरू किया किया गया है. अब निगम क्षेत्र में बेहतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करने की कोशिश की गयी है. खामियों को दूर करने और ग्राउंड एक्टीविटिज को मॉनिटर करने के लिए सेक्टर-42 स्थित नगर निगम कार्यालय में चौबीस घंटे समर्पित नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है. बता दें कि कि निगम क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए डीसी निशांत कुमार यादव के दिशा निर्देश पर जिला प्रशासन ने 19 टीमों का गठन करके वार्ड वाईज जिम्मेदारियां सौंपी हैं.
गुरुग्राम में साफ सफाई के लिए जानिए क्या हुए उपाय?
प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त टीमें विशेष स्वच्छता अभियान के तहत फील्ड में उतरकर वार्ड वाइज क्षेत्र का निरीक्षण करेंगी. डीसी निशांत कुमार यादव ने नियंत्रण कक्ष से जुड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया कि हेल्पलाइन नंबर-9821395367 जारी किया गया है.
कचरा की शिकायत का निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे सातों दिन एक्टिव रहेगा. सीएंडडी वेस्ट के लिए 7290088127, कूड़ा-कचरा के लिए 7290097521 तथा बागवानी कचरे के लिए 7290076135 पर वाट्सएप के माध्यम से शिकायतें भेजी जा सकती हैं. सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए प्रत्येक टीम को 2-2 वार्ड आवंटित किए गए हैं. वरिष्ठ अधिकारी लगातार आवंटित क्षेत्र में सफाई कर्मचारियों की उपस्थिति और एजेंसियों के कार्य की निगरानी भी करेंगे. रोजाना की रिपोर्ट नोडल अधिकारी को भेजी जायेगी.
(रिपोर्ट- राजेश यादव)
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