Gurugram News Today: केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने साइबर ठगी पर लगाम कसने के एक्शन मोड में है. इसी क्रम में सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र- 2 तहत 43 साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. ये सभी साइबर ठग गुरुग्राम में कॉल सेंटर का संचालन करते थे और यहीं से ऑनलाइन विदेशी नागरिकों से ठगी की वारदात को अंजाम देते थे. 


सीबीआई ने यह कार्रवाई साल 2022 देश में चल रहे साइबर फाइनेंशियल क्राइम के नेटवर्क नष्ट करने के लिए शुरू किया था. सीबीआई इस साइबर गिरोह पर पूरी कामयाबी के साथ रोक लगाने में कामयाब रही है.  सीबीआई ने इस कार्रवाई को कई देशों की एजेंसियों जैसे एफबीआई और इंटरपोल की मदद से अंजाम दिया है.


दिल्ली-गुरुग्राम के 7 जगहों पर छापेमारी
ऑनलाइन क्राइम करने वाला यह एक अंतरराष्ट्रीय साइबर फ्रॉड सिंडिकेट है. सीबीआई ने इस मामले में 22 जुलाई 2024 को केस दर्ज किया था और इस फ्रॉड के खुलासे के लिए जांच पड़ताल शुरू की थी. 


इस मामले की जांच पड़ताल के दौर सीबीआई ने राजधानी दिल्ली और साइबर सिटी गुरुग्राम में 7 लोकेशन पर छापेमारी की था. जांच के बाद खुलासा हुआ कि डीएलएफ गुरुग्राम से साइबर फ्रॉड को अंजाम दिया जा रहा था. इसका संचालन डीएलएफ गुरुग्राम स्थित एक कॉल सेंटर किया जा रहा था.


पॉप अप भेजकर करते थे ठगी
वारदात को अंजाम देने के लिए आरोपी लोगों के कंप्यूटर पर एक पॉप अप भेजकर संदिग्ध सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने के लिए कहते थे. इसके बाद वह उनके सिस्टम को रिस्टोर करने के नाम पर पैसे ट्रांसफर करवाते थे. इस मामले में सीबीआई ने अब तक 43 साइबर ठगों को दबोच चुकी है.


सीबीआई ने बरामद की चीजें
इस कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने साइबर ठगों के कब्जे से130 कंप्यूटर हार्ड डिस्क, 65 मोबाइल फोन और 5 लैपटॉप बरामद किया है. इसके अलावा बड़ी संख्या में पीड़ितों की जानकारी, दस्तावेज, काल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्ट बरामद किया है. जांच में सामने आया है साइबर क्राइम से अर्जित होने वाले को कई देशों से हांगकांग तक पहुंचाया गया था.


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