Gurugram: एक महीने से अधिक समय से नगर निगम के कर्मचारी धरने पर, कूड़े का लगा ढेर, कमिश्नर ने की बैठक
Gurugram News: निगम कर्मचारियों की हड़ताल के कारण गुरुग्राम में जगह-जगह कूड़े का ढेर लगा है. गुरुग्राम के नगर निगम कमिश्नर पीसी मीणा ने अधिकारियों के साथ वह सफाई करने वाली एजेंसियों के साथ बैठक की है.
Gurugram Municipal Corporation News: दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में लगातार नगर निगम की हो रही किरकिरी के चलते आज गुरुग्राम के नगर निगम कमिश्नर पीसी मीणा ने अधिकारियों के साथ वह सफाई करने वाली एजेंसियों के साथ बैठक की है. दरअसल अपनी मांगों को लेकर करीब 1 महीने से ज्यादा धरने पर नगर निगम के कर्मचारी बैठे हैं. इसका नतीजा यह हुआ कि जगह-जगह सड़कों पर कूड़े का ढेर लग गया है. सड़क किनारे कूड़े के ढेर की वजह से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है.
नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने सोमवार (23 अक्टूबर ) को सफाई का कार्य करने वाली एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की तथा सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के स्पष्ट व कड़े निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कार्य में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी तथा संबंधित के खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सभी एजेंसियां करें मैनपावर की कमी को पूरा
गुरुग्राम नगर निगम आयुक्त पीसी मीणा ने कहा कि सभी एजेंसियां अपने-अपने क्षेत्रों में आरएफपी व सीपीएचओ नियमों के तहत मैनपावर की तैनाती सुनिश्चित करें तथा एक सप्ताह में डिप्लॉयमेंट प्लान भिजवाएं. उन्होंने स्पष्ट किया कि डिप्लॉयमेंट प्लान में कर्मचारी का नाम, आधार नंबर तथा ईएसआई व ईपीएफ का होना अनिवार्य है. एजेंसियां सेक्टर, कॉलोनी, क्षेत्र अनुसार सफाईकर्मी व मशीनरी की लिस्ट उपलब्ध करवाएंगी. इसके साथ ही सभी एजेंसियां अपने यहां नियुक्त कर्मचारियों की बायोमैट्रिक हाजरी सुनिश्चित करेंगी तथा संयुक्त आयुक्त भी यह सुनिश्चित करेंगे कि भुगतान जितने सफाई कर्मी लगे हैं, उसी अनुपात के हिसाब से ही होना चाहिए.
नियमों के तहत सभी एजेंसियों को 2963 कर्मचारी तैनात करना है. साथ ही आरडब्ल्यूए, पूर्व पार्षद तथा गणमान्य नागरिकों से क्रॉस वेरीफाई करवाना अनिवार्य है. उन्होंने संयुक्त आयुक्तों को निर्देश दिए कि वे प्रतिदिन कार्यालय आने से पूर्व अपने-अपने जोन में सफाई व्यवस्था का जायजा लें.
'एजेंसियां को किया जायेगा ब्लैकलिस्ट'
निगमायुक्त ने स्पष्ट किया कि जो एजेंसी सही से कार्य नहीं करेगी, उस पर नियमानुसार कार्रवाई करते हुए ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है. एजेंसियां यह सुनिश्चित करें कि उनको जो भी क्षेत्र आवंटित किए गए हैं, वहां पर सफाई व्यवस्था बेहतर हो तथा नियम के तहत कर्मचारियों की तैनाती सुनिश्चित की जाए. बैठक में संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन) डा. नरेश कुमार, संयुक्त आयुक्त अखिलेश यादव व विजय यादव, कार्यकारी अभियंता विशाल गर्ग, सलाहकार ओपी गोयल व अनिल महता सहित वरिष्ठ सफाई निरीक्षक व सफाई एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे. (राजेश यादव की रिपोर्ट)
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