Haryana News: दिल्ली कोचिंग हादसे के बाद अब गुरुग्राम नगर निगम भी एक्शन मोड में आ गया है. नगर निगम की इंफोर्समेंट टीम ने आज तीन जगहों पर बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटर को सील कर दिया. नगर निगम आयुक्त नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि दिल्ली हादसे से सबक सीखते हुए बेसमेंट के अंदर कोचिंग सेंटरों को चलने नहीं दिया जायेगा. आज ओल्ड डीएलएफ कॉलोनी, कृष्णा कॉलोनी और खांडसा रोड स्थित बेसमेंट के अंदर चल रहे कोचिंग सेंटरों पर सीलिंग की कार्रवाई की गयी.
नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर संजोग शर्मा की अगुवाई में जोन-1 और जोन-2 क्षेत्र की एनफोर्समेंट टीमों ने कार्रवाई शुरू कर दी है. एनफोर्समेंट टीमों ने कृष्णा कॉलोनी, सेक्टर-4, 7, बस स्टैंड के आसपास, आदर्श नगर, रेलवे रोड, ओल्ड दिल्ली रोड, सेक्टर-14, ओल्ड डीएलएफ में मौके पर जाकर निरीक्षण किया. बेसमेंट में कोचिंग सेंटर चला रहे संचालकों को सोमवार तक की मोहलत दी गयी है. कोचिंग संचालकों से बिल्डिंग प्लान और संचालन संबंधी मंजूरी के दस्तावेज निगम कार्यालय लेकर पहुंचने को कहा गया है.
दिल्ली हादसे के बाद एक्शन मोड में नगर निगम
जोन-3 क्षेत्र में ज्वाइंट कमिश्नर राकेश जून के नेतृत्व में एनफोर्समेंट टीम ने कोचिंग सेंटरों की जांच की. सरस्वती विहार, सेक्टर-42, डीएलएफ फेज-4, सुशांत लोक-1, सेक्टर-44, सुशांत लोक-2, सेक्टर-55 में मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया. एनफोर्समेंट टीम ने कोचिंग सेंटर संचालकों को सोमवार तक निगम कार्यालय पहुंचकर संचालन संबंधी मंजूरी के दस्तावेज जमा करने का आदेश दिया. दस्तावेजों की जांच के बाद नियमों की अवहेलना पाए जाने पर आगामी कार्रवाई की जाएगी. जोन-4 में सहायक अभियंता कृष्ण कुमार ने एनफोर्समेंट टीम की अगुवाई की.
बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर को किया सील
नाहरपुर रूपा, नरसिंहपुर, फाजिलपुर, बादशाहपुर, बेगमपुर खटोला, भोंडसी, उल्लावास, मैदावास, कादरपुर में एनफोर्समेंट टीम ने कोचिंग सेंटरों का मुआयाना किया. नगर निगम आयुक्त नरहरि सिंह बांगड़ ने कहा कि दिल्ली जैसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए अभियान चलाया हुआ है. मामला बच्चों के जीवन से जुड़ा हुआ है, इसलिए लापरवाही नहीं बरती जाएगी. जांच में मानकों के उल्लंघन मिलने पर कोचिंग सेंटर को सील करने की कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने कहा कि बेसमेंट में सुरक्षा के उपाय और आपदा के समय निकासी की व्यवस्था का होना जरूरी है.
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