Gurugram News: दिल्ली से सटे साइबर सिटी गुरुग्राम में गुरुग्राम पुलिस लगातार बढ़ते साइबर अपराधों से बचने के लिए अभियान चला रही है. जगह-जगह जाकर लोगों को गुरुग्राम पुलिस जागरूक कर रही है. इसी कड़ी के तहत आज गुरुग्राम के सेक्टर 14 गर्ल्स कॉलेज में भी गुरुग्राम साइबर अपराध की टीम छात्राओं को जागरूक करने पहुंची. गुरुग्राम पुलिस की साइबर टीम लगातार लोगों के बीच जाकर साइबर अपराधों के बारे में जानकारी दे रही है. इस दौरान लोगों के बीच जाकर पुलिस साइबर ठगी के बारे में जानकारी देती है.
एसीपी ने साइबर अपराध से बचने के तरीके बताएं
साइबर क्राइम से बचने के लिए कैसे एहतियात बरता जाए इसके बारे में आज गुरुग्राम के सेक्टर 14 के गर्ल्स कॉलेज में साइबर अपराध शाखा से एसीपी सुरेंद्र कौर अपनी टीम के साथ पहुंची. इस दौरान साइबर अपराध शाखा टीम में छात्रों के बीच जाकर बताया कि साइबर अपराध के प्रति कैसे जागरूक रहा जा सकता है. यह भी बताया कि एक महिला कैसे फोन पर आने वाली कॉल्स और मैसेज के झांसे में आने से बचें. अगर हर व्यक्ति अनजान कॉल और मैसेज से बचने लगे तो साइबर अपराध पर अंकुश लग जाएगा.
लगातार गुरुग्राम पुलिस लोगों को कर रही है जागरूक
गुरुग्राम में बढ़ते साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए गुरुग्राम की साइबर अपराध शाखा द्वारा लगातार स्कूली छात्रों को जागरूक करने के कॉलेज स्तर पर, स्कूल स्तर पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहे हैं. आप को बता दे की सोशल इंजीनियरिंग, रैंसमवेयर हमला,फिशिंग के माध्यम से ठगी करना या अन्य साइबर अपराध करना इस समय ट्रेंड में है तथा साइबर अपराध करने के तेजी से बढ़ते हुए तरीके हैं जिससे हैकर्स या साइबर अपराधी फ्रॉड की वारदातों को अंजाम देते हैं. इस दौरान लोगों को जागरूक करते हुए बताया गया कि किसी भी अनजान स्त्रोत से प्राप्त लिंक पर क्लिक ना करे. समय समय पर अपने एटीएम, क्रेडिट कार्ड के पासवर्ड को बदलते रहें. किसी से भी अपने बैंक संबंधी जानकारी साझा ना करें. ऑनलाइन वाइन डिलीवरी के लिए गूगल पर कस्टमर नम्बर ना सर्च करें, अन्यथा आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते हैं.
छात्राओं ने की अभियान की तारीफ
जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की छात्रा नेहा, पायल और कृतिका ने कहा कि गुरुग्राम पुलिस द्वारा चलाए जा रहा यह अभियान बहुत बेहतर अभियान है इससे महिलाएं जागरूक होती हैं. छात्राओं ने इस दौरान यह भी कहा कि पुलिस के साथ-साथ लोगों का अपना दायित्व भी बनता है कि वह साइबर अपराध से थोड़ा बचें.
सोशल मीडिया के थ्रू आए हुए लिंक को ओपन न करें
गुरुग्राम पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने गर्ल्स कॉलेज की छात्रों के सामने विचार साझा करते हुए बताया कि साइबर ठग सोशल मीडिया फेसबुक/इंस्टाग्राम/टेलीग्राम के माध्यम से आपकी फोटो डाउनलोड करके फेक आईएड़ी बनाकर लोगो से इमरजेंसी के नाम से पैसे मांगते है व साइबर ठगी करते है. ऐसे मे अपनी सभी प्रोफाइल को सेटिंग के माध्यम से प्रोफाइल लॉक लगा कर रखे. साइबर ठगी का पता लगने पर तुरंत उस आईडी को ब्लॉक करवाये. अपने ऑनलाइन खातों/लॉगिन पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन का प्रयोग करें. अपने सिस्टम को हमेशा अप टू डेट रखें. पब्लिक वाई-फाई का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें तथा प्राइवेट नेटवर्क का प्रयोग करें. साइबर ठगी पर पुलिस द्वारा लगाम लगाई जा रही है, तथा साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करने के लिए पुलिस द्वारा अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं.
इस दौरान यह भी बताया गया कि साइबर ठग आपकी जानकारी प्राप्त करके आपको न केवल आर्थिक हानि पहुंचाते है अपितु वे आपको मानसिक रूप से भी परेशान करते है. उनके द्वारा आपसे विभिन्न माध्यमों से सम्पर्क करके आपके डिवाइस से चोरी करके हासिल की गई जानकारी एक गलत या अश्लील रूप देकर उसे वायरल करके समाज में आपकी प्रतिष्ठिता को प्रभावित करते है. इसके अतिरिक्त विभिन्न प्रकार से प्रलोभन देकर व डर दिखाकर फ्रॉड को अंजाम देते है. इसलिए हमें अच्छे से समझना चाहिए कि साइबर अपराध क्या है और इससे बचने के लिए साइबर सुरक्षा की जानकारी रखना हमारे लिए कितनी आवश्यक है. साइबर सुरक्षा की जानकारी होना ही आपको साइबर ठगों से बचा सकती है. (राजेश यादव की रिपोर्ट)
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