Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में खुद को पत्रकार और पुलिसकर्मी बताकर लोगों से रंगदारी वसूलने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि उन्होंने अन्य राज्यों में भी 100 से अधिक व्यक्तियों से रंगदारी वसूली की है. इनकी पहचान जयपुर निवासी मोहित कुमार टांक और देवकीनंदन के रूप में हुई है. पुलिस ने बताया कि दोनों को शहर की एक अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तीन दिन के रिमांड पर लिया है.
पुलिस अधिकारी बनकर मिला आरोपी
पुलिस के अनुसार, एक व्यक्ति ने चार जून को शिकायत दर्ज कराई थी कि किसी ने एस्कॉर्ट सेवाओं का लाभ उठाने के लिए एक वेबसाइट के माध्यम से उससे संपर्क किया. उन्होंने उससे संपर्क किया और गुरुग्राम के सेक्टर 39 स्थित साइबर पार्क में आने को कहा. जब वह वहां पहुंचा तो उसे एक कार में ले जाया गया जहां आरोपी ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और साइबर अपराध करने पर जेल भेजने की धमकी दी. उक्त व्यक्ति से 1 लाख रुपए की मांग की गई और कहा गया कि अगर वो रुपए नहीं देगा तो उसे जेल भेज दिया जाएगा. शिकायकर्त्ता का कहना है कि उसने अपने भाई के खाते से 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए. आरोपियों ने उसे किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी.
पत्रकार और पुलिसकर्मी बनकर करने लगे उगाही
पुलिस ने इन आरोपियों के गाड़ी चालक सुनील को पांच जून को ही गिरफ्तार कर लिया था और उसके कब्जे से अपराध में इस्तेमाल की जा रही एक कार भी बरामद की गई थी. वहीं दोनों आरोपियों की पहचान मोहित कुमार टांक और देवकीनंदन की रूप में हुई है. आरोपी मोहित कुमार टांक ने बताया कि वो जयपुर का रहने वाला है पहले वो जयपुर में टूरिस्ट गाइड का काम करता था. उसने जयपुर में ही किराए पर रहने वाले देवकीनंदन और सुनील को अपने साथ मिलाकर लोगों से नकली पत्रकार और पुलिसकर्मी बनकर जबरन उगाही करने की योजना बनाई.