Haryana News: हरियाणा की गुरुग्राम पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने बागरिया गैंग के 5 बदमाशों को गिरफ्तार किया है. आरोपी घरों में रैकी कर लूटपाट करते थे. वो एक दर्जन से भी ज्यादा वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने जानकारी देते हुए कहा कि आरोपी भीख मांगने और कबाड़ उठाने के बहाने रैकी करते थे. जो मकान बंद होता था उसमें चोरी की वारदात को अंजाम देते थे.  


पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस चौकी नाथूपुर में 13 जून 2024 को एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि डीएलएफ फेज-3 गुर्जर चौक नाथूपुर में उनके मकान से किसी अज्ञात ने आभूषण व नकदी की चोरी की है. जिसको लेकर डीएलएफ फेज-3 दर्ज किया गया था और जांच करते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंची. 


आरोपियों की हुई पहचान
पुलिस की गिरफ्त में आए बागरिया गैंग के बदमाशों की पहचान विनोद, बाबूलाल उर्फ सोनू, बंटी, मंगल व पन्नालाल के रूप में हुई है. पुलिस टीम ने आरोपी विनोद, बाबूलाल उर्फ सोनू, बंटी व मंगल को लेजर वैली पार्क गुरुग्राम से पकड़ा. चारों आरोपियों से पूछताछ के बाद पता चला कि वो चोरी का सामान उनके साथी पन्नालाल को बेचते हैं, जिसके बाद आरोपी पन्नालाल को गांव रामिल्या जिला केकड़ी राजस्थान से गिरफ्तार किया गया.


आरोपी विनोद गांव मोतीपुरा जिला अजमेर, बाबूलाल उर्फ सोनू निवासी गांव टटोली, बंटी निवासी गांव गोपालपुर जिला अलीगढ़, मंगल निवासी गांव टटोली जिला अजमेर, पन्नालाल निवासी गांव रामलीला जिला केकड़ी के रहने वाले हैं.


विनोद उर्फ बागरिया इस गिरोह
पुलिस पूछताछ में पता चला कि सभी आरोपी बागरिया गिरोह के सदस्य हैं. विनोद उर्फ बागरिया इस गिरोह का सरगना है. ये गिरोह चोरी/सेंधमारी करने के पहले किसी शहर, कस्बे या कॉलोनी को चिन्हित करते थे. जिसके बाद वे चिन्हित किए गए शहर, कस्बे, कॉलोनी के नजदीक ही खाली स्थान पर झुग्गी डालकर रहते थे. आरोपी खाना बनाने के लिए एक महिला को भी साथ रखते थे, ताकि देखने पर लगे कि झुग्गी में एक परिवार ही रहता है.


बंद मकान को देखकर तोड़ लेते थे ताला
पुलिस प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि आरोपी दिन के समय खाना मांगने के बहाने से एरिया के मकानों की रैकी करते थे. जो मकान बंद मिलता, ताला लगा हुआ मिलता उसका ताला तोड़कर उसके अंदर घुस जाते थे. इस दौरान उनके दो साथी उस मकान के बाहर रहकर निगरानी करते थे. वे चोरी किए गए सामान को पन्नालाल को दे देते थे वो सामान को लेकर राजस्थान चला जाता था.


इसके बाद आरोपी उस स्थान को छोड़कर किसी अन्य स्थान/शहर/कस्बे/कॉलोनी को चिन्हित करके वहां जाकर अपना डेरा डाल लेते थे. वो एक स्थान पर सिर्फ 15 से 20 दिन ही रुकते थे, जिसके बाद शहर बदल लेते थे. फिर दूसरे शहर में जाकर डेरा डाल लेते थे. 


आरोपियों के खिलाफ एक दर्जन ज्यादा केस दर्ज
आरोपियों ने गुरुग्राम के विभिन्न थाना क्षेत्र से सेंधमारी/चोरी की 8 वारदातों तथा दिल्ली से सेंधमारी/चोरी की 2 अन्य वारदातों को अंजाम देने का खुलासा किया है. आरोपियों के अपराधिक रिकॉर्ड से पता चला है कि आरोपियों के खिलाफ दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में भी सेंधमारी,चोरी करने के 1 दर्जन से भी अधिक केस दर्ज हैं.


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