Haryana News: गुरुग्राम (Gurugram) में सूरज निकलने के बाद भी आसमान में धुंध नजर आ रही है. सर्दियों का मौसम शुरू होते ही आसमान में स्मॉग यानी धुंध छाने लगता है. हालांकि, नजदीक से तो यह धुंध नजर नहीं आ रही लेकिन करीब 100 मीटर के बाद से पूरे आसमान में धुंध ही धुंध नजर आ रही है. इस स्मॉग के चलते बुजुर्ग लोगों और बच्चों को काफी परेशानियां हो रही हैं. स्मॉग के चलते बच्चों और बुजुर्गों को खांसी, सांस लेने में दिक्कत के साथ ही फेफड़ों में दर्द जैसी शिकायत महसूस होने लगी है.


स्मॉग के शुरू होते ही बुजुर्गों और बच्चों में हो रही दिक्कत के बारे में एबीपी न्यूज़ ने गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र यादव से बात की. उन्होंने कहा कि मौसम बदलने के कारण बच्चों और बुजुर्गों को तकलीफ होती ही है. बच्चों को खांसी-जुकाम जैसी दिक्कत आती है. वहीं बुजुर्गों को खांसी, जुकाम, फेफड़ों में दर्द और बुखार आदि की शिकायत रहती है. जब वातावरण में ज्यादा धुंध फैल जाती है तो बच्चों और बुजुर्गों को हम घर से बाहर निकालने की सलाह नहीं देते हैं. उनसे यह कहा जाता है कि वह ज्यादा समय अपने घर में ही रहें. बाहर न जाएं, ताकि सांस के साथ कीटाणु बच्चे और बुजुर्गों के शरीर में प्रवेश न कर सके. इनके चलते और भी कई बीमारियों का जन्म होता है.


ज्यादा धुंध या प्रदूषण होने पर लगाएं मास्क


इसके साथ-साथ सिविल सर्जन डॉक्टर वीरेंद्र यादव ने कहा कि अगर वातावरण ज्यादा धुंध भरा होता है और बारिश आ जाती है तो वातावरण साफ हो जाता है. इसके बाद किसी को कोई समस्या नहीं होती लेकिन सर्दियों में जैसे ही वातावरण में धूंध आने लगती है, इस दौरान वाहनों से उड़ने वाली धूल कई जगह कूड़ा करकट जलाने से होने वाली धुएं के कण, हवा से उड़ने वाली धूल उसे धुंध में मिलकर प्रदूषण का नया रूप ले लेती है. इसके चलते लोगों को कई बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसके साथ-साथ डॉक्टर वीरेंद्र यादव ने कहा कि जब प्रदूषण छाने लगे और आपको सांस लेने में दिक्कत होने लगे तो सभी को मास्क लगा लेना चाहिए ताकि प्रदूषण आपके शरीर के अंदर प्रवेश न कर सके.


डॉक्टर ने दी लोगों को ये सलाह


इसी स्मॉग के बारे में स्वस्ति हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अशोक यादव ने बताया कि जैसे ही मौसम बदलता है, सबसे ज्यादा इसकी चपेट में बच्चे और बुजुर्ग आते हैं, क्योंकि बच्चे लापरवाह ज्यादा होते हैं और बुजुर्ग इसलिए कि उनकी इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है. इसके साथ-साथ डॉक्टर अशोक यादव ने कहा कि जब भी बच्चों-बुजुर्गों को या किसी को भी सांस लेने में दिक्कत खांसी-जुकाम या कोई और अन्य बीमारी हो तो डॉक्टर की सलाह सबसे पहले लें, ताकि ज्यादा बीमारी फैलने से बचा जा सके.


(राजेश यादव की रिपोर्ट)


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