Haryana H3N2 Influenza Cases: देश के दूसरे राज्यों के साथ-साथ हरियाणा में भी एच3एन2 के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हरियाणा के स्वास्थ्य और गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने बताया है कि राज्य में एच3एन2 के अब तक 10 केस आ चुके हैं. वहीं एक मरीज की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि हम जांच कर रहे हैं कि मौत की वजह क्या है. मरीज की मौत कैंसर से हुई है या फिर एच3एन2 वायरस से हुई है. इस दौरान अनिल विज ने लोगों से कोविड की तरह ही एहतियात बरतने की भी अपील की है. उन्होंने कहा है, "पैनिक होने की जरूरत नहीं है, एहतियात बरतने की आवश्यकता है. यह एच1एन1 जैसा है. हम पूरी तैयारी कर रहे हैं."


वहीं हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य में 56 साल के एक व्यक्ति की एच3एन2 वायरस से मौत होने की पुष्टि हुई है. वह जनवरी में संक्रमित हुए थे और फेफड़े के रोग से भी पीड़ित थे. अधिकारी ने बताया, "प्रारंभिक सूचना के अनुसार जींद निवासी मरीज की आठ फरवरी को घर पर मौत हो गई. वह फेफड़े के कैंसर का मरीज थे. रोहतक के पीजीआईएमएस अस्पताल में जनवरी में एच3एन2 से उनके संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी. मरीज के 17 जनवरी को इंफ्लूएंजा ‘ए’ के उप-स्वरूप एच3एन2 वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी."


बच्चे-बुजुर्गों के लिए इन्फ्लूएंजा सबसे खतरनाक


बता दें कि देश में मौसमी एच3एन2 इन्फ्लूएंजा के प्रकोप से हरियाणा के साथ-साथ कर्नाटक में एक शख्स की मौत की सूचना है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक दो जनवरी से पांच मार्च तक देश में एच3एन2 के 451 मामले सामने आये हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा है कि छोटे बच्चे और बुजुर्गों लोगों के लिए मौसमी इन्फ्लूएंजा सबसे खतरनाक हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि मार्च के अंत से ऐसे मामलों में कमी आने की उम्मीद है. गौरतलब है कि मौसमी इन्फ्लूएंजा एक तीव्र श्वसन संक्रमण है जो इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है.


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