Punjab News: सिखों की मिनी पार्लियामेंट SGPC के अध्यक्ष पद के लिए आज (28 अक्टूबर) हुए चुनाव में हरजिंदर सिंह धामी (Harjinder Singh Dhami) नए अध्यक्ष बन गए हैं. इस चुनाव में अकाली दल की तरफ से एसजीपीसी अध्यक्ष पद के लिए हरजिंदर सिंह धामी उमीदवार और अकाली दल सुधार लहर से बीबी जागीर कौर उम्मीदवार थे. जीत के बाद हरजिंदर सिंह ने आरोप लगाया कि विरोधियों द्वारा एसजीपीसी के सदस्यों को खरीदने की कोशिश हुई.


बता दें कि आज के चुनाव में कुल 142 वोट डाले जाने थे. इनमें से हरजिंदर सिंह धामी को 107 और बीबी जागीर कौर को 33 वोट ही मिले और दो वोट रद्द कर दिए गए.


हारने के बाद बीबी जागीर कौर ने एसजीपीसी सदस्यों के बारे में कहा कि ''मेरा विश्वास उठ गया है. इनके जमीर मर गए और यह इंसान नहीं लाशें है क्योंकि इन्होंने  मुझे जीत का यकीन दिलाया था और अब जल्द एसजीपीसी चुनाव होने चाहिए ताकि एसजीपीसी के नए सदस्य बन सकें.''


आज की जीत से सबक लें विरोधी- हरजिंदर सिंह


वहीं जीत के बाद मीडिया से बात करते हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि ''एसजीपीसी सदस्यों का आभार जताता हूं जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया है. हालांकि आज सुबह तक हमारे सदस्यों को लालच दिए गए लेकिन एसजीपीसी के सदस्य विरोधी पार्टियों के द्वारा खरीदे नहीं जा सके. हमारे विरोधियों को आज की जीत से सबक लेना चाहिए कि सिखों ने कभी गैर-अकाली दल को यह सेवा नहीं सौंपी है.''


बीजेपी पर दलजीत चीमा का हमला


उधर, पूर्व मंत्री और अकाली दल के नेता दलजीत चीमा ने कहा कि बीजेपी और RSS के साथ मिल कर एसजीपीसी की सेवा नहीं ली जा सकती, इस चुनाव में साबित हो गया कि अकाली दल को लोग सत्ता में देखना चाहते हैं. बीजेपी के साथ भविष्य में गठजोड़ पर कहा कि जब बीजेपी ठीक थी तो हम ठीक कहते थे लेकिन उन्होंने जब गलत किया तो हम गलत ही कहेंगे. 


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