हरियाणा में एक दिन में पराली जलाने के 250 मामले, पिछले साल की तुलना में 26% कम केस
हरियाणा में कुल मामलों की संख्या 1,372 है. हालांकि, पिछले साल की तुलना में कुल मामलों की संख्या कम है, क्योंकि पिछले साल 25 अक्टूबर तक राज्य में 1,835 मामले दर्ज किए गए थे.
Haryana News: हरियाणा में इस सीजन में दीपावली पर एक दिन में सबसे ज्यादा पराली जलाने के मामले दर्ज किए गए हैं. दरअसल सोमवार को एक ही दिन में 250 मामले पराली जलान के सामने आए हैं. वहीं कुल मामलों की संख्या 1,372 हो गई. हालांकि, पिछले साल की तुलना में कुल मामलों की संख्या कम है, क्योंकि पिछले साल 25 अक्टूबर तक राज्य में 1,835 मामले दर्ज किए गए थे.
किसानों को किया जा रहा जागरुक
वहीं अधिकारियों ने दावा किया कि किसानों को पराली जलाने के बारे में जागरुक करने के प्रयास काम कर रहे हैं, क्योंकि बड़ी संख्या में किसान फसल प्रबंधन के तरीकों को अपना रहे हैं. धान की कटाई का काम 80 प्रतिशत से अधिक पूरा हो चुका है और हरियाणा में पिछले साल की तुलना में 25 अक्टूबर तक लगभग 26 प्रतिशत कम मामले दर्ज किए गए हैं.
रविवार को 217 मामले
राज्य के किसान कृषि विभाग के एक अधिकारी ने कहा यह एक अच्छा संकेत है और हमें उम्मीद है कि आने वाले सालों में पूरी तरह से पराली जलाने से दूर रहें. आंकड़ों के मुताबिक दिवाली से एक दिन पहले रविवार को 217 मामले सामने आए. वहीं मंगलवार को राज्य में केवल 12 मामले देखे गए, जो एक राहत की बात है.
कैथल टैली में सबसे ज्यादा मामले
कैथल टैली में सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं, क्योंकि यहां मंगलवार शाम तक 381 मामले दर्ज किए गए. इसके बाद कुरुक्षेत्र में (244), वहीं 224 मामलों के साथ करनाल तीसरे स्थान पर रहा. आंकड़ों में कहा गया है कि फतेहाबाद में सोमवार को 33 मामले सामने आए. इससे कुल संख्या 139 हो गई. पराली जलाने के 110 मामलों के साथ जींद जिला पांचवें स्थान पर है और अंबाला 94 मामलों के साथ छठे स्थान पर है.
यहां इतने मामले
आंकड़ों से पता चला है कि यमुनानगर 80 मामलों के साथ सातवें स्थान पर है. इसके बाद सिरसा (27), हिसार (23), पानीपत (21), पलवल (17), सोनीपत (11) और फरीदाबाद (1) है.
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