Haryana Politics: ‘किसानों का खून पीने की BJP की बन गई आदत’, AAP सांसद सुशील गुप्ता का खट्टर सरकार पर निशाना
Sushil Gupta News: हरियाणा में बेमौसम बारिश किसानों के लिए आफत लेकर आई है. खेतों में खड़ी फसल और अनाज मंडियों में पड़ी धान को इससे काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है.
Haryana News: हरियाणा में पिछले दो-तीन दिन तक कई जिलों में बेमौसमी बारिश और ओलावृष्टि का प्रभाव देखा गया. इसके बाद अनाज मंडियों में खुले में रखी किसानों की धान भीग गई. ऐसे में विपक्षी पार्टियां अब हरियाणा की बीजेपी (BJP) और जेजेपी (JJP) गठबंधन सरकार पर निशाना साध रही है. आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता (Sushil Gupta) ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है.
सुशील गुप्ता ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, "हरियाणा के कई जिलों में बेमौसमी बारिश-ओलावृष्टि और हरियाणा सरकार की ओर से अनाज मंडियों में अपर्याप्त फसल खरीद व्यवस्थाओं की वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है. ऐसा लगता है कि किसानों का खून पीने की बीजेपी की आदत बन गई है. आम आदमी पार्टी बीजेपी सरकार से मांग करती है कि किसानों की इस नाजुक स्थिति का विशेष रूप से आकलन करके उसकी क्षतिपूर्ति की जाए."
हरियाणा के कई जिलों में बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि तथा @BJP4Haryana सरकार द्वारा अनाज मंडियों में अपर्याप्त फसल खरीद व्यवस्थाओं की वजह से किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। ऐसा लगता है कि किसानों का खून पीने की भाजपा की आदत बन गई है। @AAPHaryana भाजपा सरकार से मांग करती है… pic.twitter.com/JZ4gFk5vTf
— Dr Sushil Gupta (@DrSushilKrGupta) October 18, 2023 [/tw]
‘ऐसी सरकार किस काम की’
दूसरी तरफ हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने भी खट्टर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि विश्व भुखमरी आंकड़ों में 111वां रैंक, किसान कर्ज में डूबे, न खाद, न बीज, न मुआवजा, लचर व्यवस्था के कारण बर्बाद हो रही फसल. सरकार ने किसानों की स्थिति में सुधार के लिए कुछ नहीं किया. गरीबों को खाने के लिए निवाला नहीं मिल रहा और लाखों टन धान भीग गया. ऐसी सरकार किस काम की? पर इस बार सबक सिखाएंगे.
कुमारी शैलजा ने भी बोला हमला
वहीं कांग्रेस नेता कुमारी शैलजा ने भी हरियाणा सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि बारिश में भीगा हुआ धान किसानों की परेशानी का सबब बन गया है. हफ्तों से किसान धान लेकर मंडी में डेरा जमाए हुए हैं, लेकिन हरियाणा की असंवेदनशील सरकार न तो किसानों के रहने लिए कोई व्यवस्था कर सकी, न ही धान को सुरक्षित रखने के इंतजाम किए, लिहाजा बारिश की वजह से किसानों के धान भीग गए. किसान धान लेकर मंडी में पड़े रहे, सड़कों पर नींद पूरी करते रहे ताकि सरकार उनके धान को उचित कीमत पर खरीद ले लेकिन पोर्टलधारी सरकार तो 'विडम्बनाओं का पुतला' है.
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