Video: कुलदीप बिश्नोई के सामने CM खट्टर ने भव्य बिश्नोई को समझाई जिम्मेदारियां, आदमपुर से बने हैं MLA
Adampur: हरियाणा की आदमपुर विधानसभा सीट पर बीजेपी के भव्य बिश्नोई ने जीत दर्ज करने के बाद सीएम खट्टर से मुलाकात की. इस दौरान उनके पिता कुलदीप बिश्नोई भी साथ थे.
आदमपुर उपचुनाव में जीत दर्ज करने के बाद भव्य बिश्नोई ने सूबे के सीएम मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान उनके पिता कुलदीप बिश्नोई भी मौजूद थे. हरियाणा के सीएम खट्टर ने भव्य को जीत की बधाई थी और साथ ही साथ जिम्मेदारी के बारे में बताया.
सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, "भव्य की बहुत जिम्मेदारियां हैं और जिम्मेदारियों से इसे दूर नहीं जाने देंगे. आदमपुर का विकास इनकी पहली जिम्मेदारी है और इस बात की जिम्मेदारी हमने भी ली है. एक समय भजनलाल जी ने वहां का विकास किया...हमने भी एक विधानसभा में जो काम हो सकते थे सारे किए. लगभग छह सौ करोड़ की योजनाएं हमारी उस क्षेत्र में पूरी हुई हैं या चल रही हैं. जो काम बचे हुए हैं वो और तेज गति से होंगे."
हरियाणा के आदमपुर में भव्य जीत दर्ज कर पहली बार कमल खिलाने पर नव निर्वाचित विधायक श्री @bbhavyabishnoi को रोहतक @BJP4Haryana कार्यालय में बधाई दी.
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 7, 2022
आदमपुर का विकास हमारी जिम्मेदारी है और इस काम को हम मिलकर करेंगे. pic.twitter.com/p8dP16YhtG
बता दें कि आदमपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में भव्य बिश्नोई ने रविवार को कांग्रेस के कैंडिडेट जयप्रकाश को हराया. ये सीट पूर्व सीएम भजनलाल के परिवार का गढ़ रहा है. भव्य बिश्नोई भजनलाल के पोते हैं. इस सीट पर बीजेपी और कांग्रेस में सीधा मुकाबला हुआ और भव्य ने जयप्रकाश को 15 हजार 740 वोटों के अंतर से चुनाव में हरा दिया.
जीत के बाद कुलदीप बिश्नोई ने आदमपुर विधानसभा क्षेत्र के मतदाताओं का धन्यवाद किया था. बिश्नोई ने कहा, ‘‘यह (प्रधानमंत्री) नरेन्द्र मोदी जी की नीतियों की जीत है. यह मनोहर लाल खट्टर की कार्यशैली की जीत है, आदमपुर में भजनलाल परिवार के 54 साल पुराने भरोसे की जीत है.’’
आदमपुर सीट पर 1968 से भजनलाल के परिवार का कब्जा है. भजनलाल ने नौ बार, उनकी पत्नी जसमा देवी ने एक बार और कुलदीप ने चार बार इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. कुलदीप बिश्नोई ने सोनाली फोगाट को हराया था. फोगाट ने 2019 के राज्य विधानसभा चुनाव में आदमपुर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था. फोगाट का इस साल गोवा में रहस्यमयी परिस्थितियों में निधन हो गया था.