Haryana News: हरियाणा में वायु प्रदूषण (Air Pollution) लगातार बढ़ता जा रहा है. अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में हरियाणा के छह जिलों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 300 को पार कर गया है. एक्यूआई का 300 पार कर जाना मतलब स्थिति बहुत खराब है. वहीं बात करें सोमवार की तो हरियाणा के जींद (Jind) जिले का एक्यूआई 416 पहुंच गया, जो देश में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर रहा. इस प्रदूषण की वजह से प्रदूषित शहरों में आंखों में जलन से लेकर सांस संबंधी दिक्कतें भी आने लगीं. वहीं विशेषज्ञों की मानें तो दिवाली से पहले प्रदूषण में राहत के आसार भी दिखाई नहीं दे रहे हैं.


मंगलवार को हरियाणा के जींद का AQI 407 पहुंच गया है, वहीं कैथल का AQI 345 तो भिवानी का AQI 319, रोहतक का AQI 307, करनाल का AQI 301, कुरुक्षेत्र का AQI 311, बहादुरगढ़ का AQI 376, बल्लभगढ़ का AQI 259, फरीदाबाद न्यू इंड्रिस्ट्रीयल एरिया का AQI 356, धारूहेड़ा का AQI 230, मानेसर का AQI 308, सोनीपत का AQI 379, गुरुग्राम का AQI 306 दर्ज किया गया है. इसका मतलब है कि हरियाणा के 10 से ज्यादा शहर ऐसे हैं, जिनका वायु गुणवत्ता सूचकांक 300 के पार पहुंच चुका है.


क्यो बढ़ा प्रदूषण?


तापमान घटने के साथ ही वायुमंडलीय सतह नीचे आ जाती है. इसकी वजह से प्रदूषण के कण ऊपर नहीं जा पाते हैं और वो वायुमंडल में ही घूमते रहते हैं. इसकी दूसरी वजह हवा में गति न होने की वजह से भी प्रदूषण के कण ठहरे रहते हैं. वहीं तीसरी वजह की अगर बात करें तो शहरों के वाहनों का भी अपना प्रदूषण होता है. विशेषज्ञों की मानें अभी दिवाली तक इस प्रदूषण से राहत के आसार नहीं है. इस दौरान बारिश की भी कोई संभावना नजर नहीं आ रही है. वहीं अगर हवा तेजी से चलती है तो प्रदूषण से कुछ राहत मिलने की संभावना हो सकती है.


यह भी पढ़ें: Gurugram: हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष नायब सैनी बोले- शहीदों के सपनों को साकार कर रहे हैं पीएम मोदी