Haryana Air Quality Index Update: हरियाणा में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. दिवाली से कुछ पहले हुई बारिश से जहां प्रदूषण में कमी देखी गई थी. वायु गुणवत्ता सूचकांक 108 तक पहुंच गया था. वहीं अब दिवाली के बाद प्रदेश में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है. हवा में जहरीली गैसे घुली हुई है. गुरुवार की अगर बात करें तो प्रदूषण का स्तर 421 एक्यूआई तक दर्ज किया गया था. 


प्रदेश के कई शहरों में स्माग की चादर दिखाई दे रही है. अब ये जहरीली हवा लोगों के स्वास्थ पर असर ड़ालने लगी है. लोगों को आंखों में जलन, सांस में तकलीफ, खांसी-जुकाम जैसे कई परेशानियां होने लगी है.  


बूंदाबांदी ने दिलाई थी प्रदूषण से राहत
इस महीने के पहले सप्ताह में हुई बूंदाबांदी से प्रदूषण का स्तर एकाएक काफी कम हो गया था. भिवानी जिले की बात करें तो यहां 11 नवंबर को एक्यूआई 108 दर्ज किया गया था. लेकिन 12 नवंबर को दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ता चला गया. प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए डॉक्टरों ने लोगों को सचेत रहने की सलाह दी है.


लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है. घर से बाहर निकलने पर मास्क का प्रयोग करने की सलाह दी गई है. इसके साथ बुजुर्गों को सुबह सैर के समय में बदलाव करने के लिए कहा गया है. 7 बजे के बाद ही सैर पर जाए. क्योंकि बुजुर्गों और सांस के मरीजों के लिए बढ़ता प्रदूषण और बदलता मौसम दोनों ही खतरनाक है.


प्रदेश में पराली जलाने के घटनाओं में आई कमी
हरियाणा में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है. पराली जलाने वालों के खिलाफ सरकार सख्त नजर आ रही है. सरकार की तरफ से किसानों को पराली ना जलाने की सख्त हिदायत दी गई है. पराली जलाने से रोकने के लिए सरकार ने अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की है. कहा गया है कि अगर किसी क्षेत्र में पराली जलाई जाती है तो उस जिले के उपायुक्त, क्षेत्र के एसएचओ और दमकल विभाग के स्टेशन हाउस ऑफिसर भी जिम्मेदार होंगे. हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल और डीजीपी डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने इसको लेकर आदेश जारी किए है.


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