हरियाणा सहित देश के हिस्सों में गर्मी से हाल बेहाल है, इसी बीच हरियाणा में बिजली की मांग भी बढ़ रही है. वहीं हरियाणा में तीन से पांच घंटे तक बिजली की कटौती हो रही है. साउथ हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) के अधिकारियों के अनुसार फरीदाबाद में रोजाना औसतन पांच घंटे बिजली कटौती होती है. जहां प्रति दिन की बिजली की मांग लगभग 1,010 मेगावाट होने का दावा किया जाता है लेकिन फरीदाबाद सर्कल को 805 मेगावाट तक की आपूर्ति मिल रही है. बिजली की बढ़ती मांग को देखकर बिजली विभाग ने आवासीय या घरेलू क्षेत्र में कम आपूर्ति से निपटने के लिए औद्योगिक क्षेत्र के लिए बिजली कटौती का सहारा लिया है.


बिजली की कटौती को लेकर छात्र परेशान हैं और इससे दसवीं और बारहवीं की बोर्ड की परीक्षा देने वाले छात्र भी परेशान हैं. हरियाणा के बारहवीं कक्षा के छात्र चेतन ने बिजली कटौती पर कहा मैं बोर्ड परीक्षा की तैयारी के अलावा लॉ की पढ़ाई के एडमिशन की परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं. हालांकि बिजली कटौती के कारण हमारे लिए ऑनलाइन पढ़ाई करना मुश्किल है.


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इसके साथ ही संयुक्त किसान मोर्चा के नेता सतपाल कौशिक ने कहा कि बीजेपी-जेजपी सरकार को श्वेत पत्र जारी कर प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि हरियाणा में बिजली संकट क्यों है. बिजली संकट से किसानों पर काफी प्रभाव पड़ रहा है क्योंकि बिजली की अनुपलब्धता के कारण उनकी फसल सूख रही है. वहीं रोहतक के कार्यकारी अभियंता प्रदीप कुमार ने कहा झज्जर में शहर में तीन घंटे से अधिक और गांवों में चार घंटे से अधिक समय तक बिजली कटौती की जा रही है. बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए झज्जर में बिजली की खपत 10 लाख यूनिट प्रति दिन तक पहुंच गई है जो पिछले साल अप्रैल में सात लाख यूनिट थी.