Haryana News: हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कुछ मुद्दों को लेकर टीका-टिप्पणी के बाद इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला की मंगलवार को विधानसभा में उनसे नोकझोंक हुई. जननायक जनता पार्टी (JJP) नेता दुष्यंत चौटाला, अभय चौटाला के भतीजे हैं. इनेलो से अलग होकर 2018 में बनी जजपा की अगुवाई दुष्यंत के पिता और अभय के बड़े भाई अजय सिंह चौटाला करते हैं.
‘शराब को कांच की बोतलों में बेचने बेचने को लेकर शुरू हुआ विवाद’
विधानसभा में बहस के दौरान अभय चौटाला ने कहा अगर कोई भी सदस्य खड़ा होकर यह कहे कि अभय सिंह ने कभी किसी माफिया को आश्रय दिया है तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा. यह मुद्दा तब सामने आया जब अभय चौटाला ने विधानसभा में राज्य के बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए शराब की एक श्रेणी का उल्लेख किया जिसे राज्य में प्लास्टिक की बोतलों में बेचने की अनुमति नहीं दी जाएगी. इनेलो अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के छोटे बेटे अभय चौटाला ने आरोप लगाया, ‘‘हर दिन नए माफिया का जन्म होता है. अब एक नई नीति आने वाली है जिसके तहत राज्य में कांच की बोतलों के अलावा शराब की बिक्री की अनुमति नहीं होगी. इससे एक नए माफिया को जन्म मिलेगा.
‘अभय बोले-किसे लाभ देने के लिए उठाया कदम’
अभय ने पूछा कि क्या यह कदम किसी को लाभ देने के लिए उठाया गया है और उन्होंने पूछा कि इससे सरकार को कैसे फायदा होगा. इस पर जवाब देते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार ने चोरी रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं जिसके परिणामस्वरूप आबकारी राजस्व बढ़ा है. दुष्यंत ने आरोप लगाया कि उन्होंने (अभय) जिसका जिक्र किया है उससे लगता है कि उनका माफिया से कुछ संबंध हो सकता है इसलिए उनका दर्द झलक रहा है.
‘दुष्यंत चौटाला ने माफिया को आश्रय देने का लगाया आरोप’
इस दौरान दुष्यंत चौटाला की तरफ से कहा गया कि लोग माफिया को आश्रय दे रहे हैं. इसपर अभय चौटाला ने कहा कि उन्हें नाम लेने चाहिए. दुष्यंत ने इस पर कहा, ‘‘जो आश्रय दिया करते थे, वे अब कह रहे हैं कि कौन माफिया को आश्रय दे रहा है. यह सदन अच्छी तरह जानता है कि कौन किसका मित्र रहा है और कौन माफिया को शरण देता रहा है. मुझे कुछ कहने की आवश्यकता नहीं है. यहां मौजूद कांग्रेस और बीजेपी सदस्य इस पर बोल सकते हैं. अभय ने इस पर कड़ी आपत्ति जतायी और कहा कि अगर कोई भी सदस्य खड़ा होकर यह दावा करता है कि अभय सिंह ने कभी भी किसी माफिया को शरण दी है तो वह राजनीति छोड़ देंगे.
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