Haryana News: राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर सस्पेंस बरकरार है. कभी वसुंधरा राजे तो कभी महंत बाबा बालकनाथ और अन्य नेताओं के नाम सीएम पद की रेस में नजर आ रहे हैं. अलवर से सांसद बाबा बालकनाथ को इस बार विधानसभा चुनावों में तिजारा विधानसभा सीट से मैदान में उतारा गया था, उन्होंने यहां से जीत दर्ज की. बीजेपी को विधानसभा चुनावों में बंपर जीत मिली.
इसी के साथ यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह बाबा बालकनाथ को भी सीएम बनाने की मांग ने जोर पकड़ लिया. राजस्थान में अभी सीएम पद का सस्पेंस बरकरार है. लेकिन अगर बाबा बालकनाथ को राजस्थान का मुख्यमंत्री बना दिया जाता है तो इसका फायदा बीजेपी को हरियाणा में भी मिल सकता है.
रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत है बालकनाथ
हरियाणा में साल 2024 में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में बीजेपी बाबा बालकनाथ को राजस्थान का सीएम बनाकर ना सिर्फ राजस्थान बल्कि हरियाणा में भी अपना वर्चस्व बढ़ा सकती है, क्योंकि बाबा बालकनाथ हरियाणा के रोहतक स्थित बाबा मस्तनाथ मठ के महंत हैं और रोहतक पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ भी माना जाता है. अगर बाबा बालकनाथ सीएम बनते है तो हुड्डा के गढ़ में इसका खासा प्रभाव पड़ेगा. यहीं नहीं इसका असर हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी देखने को मिलेगा. साल 2019 के चुनावों में रोहतक लोकसभा सीट से बीजेपी और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. हालांकि, इस सीट से बीजेपी से डॉ. अरविंद शर्मा सांसद बने थे.
रोहतक और झज्जर जिले में रहा है कांग्रेस का दबदबा
2019 के चुनावों की अगर बात करें तो रोहतक जिले के अंदर आने वाली चार विधानसभाओं रोहतक, कलानौर, महम और सांपला किलोई में से तीन पर कांग्रेस के विधायक जीते थे, वहीं एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मारी थी. इसी तरफ रोहतक के साथ लगते जिले झज्जर में भी चार विधानसभा झज्जर, बेरी, बहादुरगढ़ और बादली है. इन चारों पर कांग्रेस ने 2019 के चुनावों में जीत दर्ज की थी. ऐसे में बीजेपी की कोशिश रहेगी कि इन सीटों पर बीजेपी के विधायक जीते. ऐसे में अगर राजस्थान से बाबा बालकनाथ सीएम बनते है तो उसका असर रोहतक और झज्जर जिले की विधानसभा सीटों पर जरूर देखने को मिल सकता है.