Haryana Assembly Election 2024: हरियाणा के मंत्री रणजीत चौटाला (Raneet Chautala) और हरियाणा लोकहित पार्टी के नेता गोपाल कांडा (Gopal Kanda) के बीच छिड़ी लड़ाई पर हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) कुछ बोलने ने बचते नजर आए. नायब सैनी से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की गई तो पहले कहा कि इसके बारे में बाद में बोलूंगा. फिर कहा रणजीत चौटाला सम्मानित नेता हैं. उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा है और मंत्री मंडल में भी रहें. गोपाल कांडा को लेकर सैनी ने कहा कि वह तो यहीं हैं और लड़ाई जैसी कोई बात नहीं है.
गोपाल कांडा की पार्टी एचएलपी और बीजेपी के बीच विधानसभा चुनाव में गठबंधन करने को लेकर चर्चा चल रही है. इस पर मंत्री रणजीत चौटाला ने सोमवार को कहा था कि एचएलपी तो सिरसा में भी चुनावी दौड़ में कहीं नहीं है. वहीं, गोपाल कांडा ने पलटवार करते हुए कहा कि रणजीत सिंह रानियां सीट पर अपनी जमानत भी नहीं बचा पाएंगे. उन्होंने साथ ही कहा कि वह लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीती हुई सीट हार गए और वह अपनी हार का ठीकरा दूसरों पर फोड़ते हैं.
रणजीत सिंह ने बीजेपी को यह अल्टीमेटम भी दे दिया था, ''अगर रणजीत सिंह चाहिए तो एचएलपी को दूर रखें और एचएलपी को रखना है तो फिर रणजीत सिंह अपना रास्ता खुद तय करेंगे.''
रानियां से जीते थे चौटाला
दरअसल, रणजीत चौटाला खुद रानियां सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं जबकि एचएलपी ने गोपाल कांडा के भाई गोविंद कांडा को यहां से प्रत्याशी घोषित कर दिया है. गोविंद कांडा ने 2019 में रानियां सीट से चुनाव लड़ा था लेकिन रणजीत सिंह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था.
रणजीत चौटाला को टिकट की उम्मीद
गोपाला कांडा ने हाल ही में बीजेपी के हरियाणा प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से दिल्ली में मुलाकात की थी जिससे बीजेपी और एचएलपी के बीच गठबंधन के कयास लगाए जा रहे हैं. उधर, चौटाला को उम्मीद है कि बीजेपी उन्हें रानियां से टिकट देगी. हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि यह पूरी तरह से पार्टी हाईकमान पर निर्भर करेगा.
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