Haryana Vidhan Sabha Chunav 2024: हरियाणा में विधानसभा चुनाव में अभी कुछ महीने का ही समय बाकी है. वहीं दूसरी तरफ से किसान आंदोलन को चलते हुए भी करीब छह महीने हो गए हैं. ऐसे में क्या विधानसभा चुनाव पर किसान आंदोलन का प्रभाव दिखाई देगा. ये एक बड़ा सवाल है. इसको लेकर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा कि किसानों के ज्यादातर मसले सुलझ चुके हैं. हम बोलते हैं तो यही समझा जाता है कि किसानों के खिलाफ बोल रहे हैं.


‘बीजेपी ने किसानों के कल्याण के लिए काम किया’
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा कि किसान शब्द अनेक प्रकार के लोगों को अपने आप में समाहित करता है. प्रदर्शनकारी किसानों का एक विशिष्ट वर्ग है, जिनकी अपनी विचारधारा है. लेकिन, बीजेपी एकमात्र पार्टी है, जिसने किसानों के कल्याण के लिए काम किया है. किसान सम्मान निधि योजना से पूरे देश में किसानों को लाभ हुआ है, चाहे वे किसी भी जाति, क्षेत्र से आते हों या किसी भी धर्म को मानते हों.


मोहन लाल बड़ौली ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए सोचना और काम करना हमारी जिम्मेदारी है. हम पीएम मोदी के नारे सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास और सबका विश्वास पर चल रहे हैं. हमारी सरकार किसानों के साथ बातचीत को लेकर हमेशा तैयार है.


शंभु और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं किसान


बता दें कि पंजाब के किसान 13 फरवरी 2024 से शंभु और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं. दरअसल, किसान दिल्ली में कूच के लिए पंजाब से निकले थे. लेकिन, इस दौरान उन्हें शंभु और खनौरी बॉर्डर पर रोक दिया गया. इस दौरान पुलिस और किसानों की झड़प भी हुई थी, जिसमें कई किसान और कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. वहीं किसान संगठनों ने एक बार फिर दिल्ली कूच का आह्रान किया है. वहीं स्वतंत्रता दिवस पर ट्रैक्टर रैली का आयोजन करने और तीन कृषि कानूनों की प्रतियां जलाने की घोषणा की है.


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