Bhupinder Singh Hooda: कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि हरियाणा के आगामी चुनाव में जीतने की योग्यता एक महत्वपूर्ण फैक्टर होगी. उन्होंने यह भी दावा किया कि उनकी पार्टी एक मजबूत स्थिति में है और जनता का उन्हें भरपूर समर्थन मिल रहा है.


रियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन पर कहा कि हमारे मानदंड वही रहेंगे, जिसमें जीतने की क्षमता एक प्रमुख कारक है. हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता हुड्डा ने राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार की कथित कुशासन के लिए आलोचना करते हुए कहा कि लोगों ने कांग्रेस को सत्ता में लाने का मन बना लिया है.


हुड्डा ने यहां संवाददाताओं से कहा, 'उनके पिछले दस साल के शासन को एक काले दशक के रूप में याद किया जाएगा .' इस मौके पर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रमुख उदयभान और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और जय प्रकाश भी मौजूद थे. भूपेंद्र हुड्डा ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी.


उन्होंने कहा, 'जहां तक आप के साथ हमारे गठबंधन की बात है, तो यह केवल राष्ट्रीय स्तर  के लिए है, राज्य स्तर के लिए नहीं.' हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा ने भी सोमवार को कहा था कि कांग्रेस और आप का गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक सीमित है. आप नेता के इस दावे के बारे में पूछे जाने पर कि उनकी पार्टी को कुरुक्षेत्र सीट के लिए कांग्रेस से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला, हुड्डा ने कहा कि आप के प्रदेश प्रमुख सुशील गुप्ता ने स्पष्ट किया है कि यह एक व्यक्तिगत टिप्पणी थी.


हरियाणा में, आम आदमी पार्टी ने 'इंडिया' गठबंधन के हिस्से के रूप में कुरुक्षेत्र सीट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई, जबकि कांग्रेस ने बाकी नौ सीटों पर चुनाव लड़ा और उनमें से पांच पर जीत हासिल की. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने पूर्व के रुख को दोहराते हुए नायब सिंह सैनी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की आलोचना की. उन्होंने कहा कि यह सरकार 'अल्पमत' में है और इसे सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है.


विधानसभा भंग करने की मांग 


उन्होंने कहा, 'सरकार अल्पमत में है, इसलिए हमने पहले राज्यपाल को पत्र लिखकर विधानसभा भंग करने की मांग की थी ताकि 'खरीद-फरोख्त' रोकी जा सके.' उन्होंने आगे कहा, 'अब सुनने में आ रहा है कि जननायक जनता पार्टी के दो विधायक इस्तीफा देने वाले हैं. इसके अलावा भी कुछ और बातें सुनने में आ रही हैं. इसे रोकने के लिए विधानसभा भंग कर देनी चाहिए और तुरंत नए चुनाव कराए जाने चाहिए.


हुड्डा ने सैनी के इस आरोप का भी खंडन किया कि राज्य की पूर्व कांग्रेस सरकार ने गरीबों को 100 वर्ग गज के भूखंड देने का झूठा वादा करके गुमराह किया. हुड्डा ने कहा, 'हमने लगभग 4 लाख परिवारों को 100 वर्ग गज के भूखंड मुफ्त में दिए थे. यह प्रक्रिया अभी जारी थी और अधिक लोगों को भी भूखंड दिए जाने थे, लेकिन 2014 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद इस योजना को रोक दिया गया.


उन्होंने कहा, 'अब जब विधानसभा चुनाव नजदीक आ गए हैं, तो अचानक उन्हें वह योजना याद आ गई है जिसे उन्होंने खुद बंद कर दिया था. उन्हें लोगों से माफी मांगनी चाहिए कि उन्होंने इस योजना को दस साल तक क्यों रोके रखा.' हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले दस सालों में उन्होंने महंगाई, कानून-व्यवस्था और बेरोजगारी जैसे कई विकास के मुद्दों पर राज्य को पीछे कर दिया है. हुड्डा ने कहा, 'उन्होंने राज्य को कर्ज के जाल में फंसा दिया है.