Haryana News: हरियाणा सरकार पर नूंह हिंसा की न्यायिक जांच से भागने का आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, 'हम नूंह में हुई हिंसा के संबंध में हरियाणा विधानसभा में स्थगन प्रस्ताव लाएंगे. हिंसा की संभावना के संकेत मिलने के बावजूद राज्य सरकार ने निवारक उपाय नहीं किए.  हिंसा से कुछ दिन पहले सीआईडी रिपोर्ट दे रही थी इसके बावजूद सरकार ने सुरक्षा के लिए कोई कदम नहीं उठाया. 


'यात्रा कोई भी निकाल सकता है'


वहां होमगार्ड को तैनात किया गया. वहां लोकल लोगों में कोई टकराव नहीं है. वहां बाहर से आए कुछ शरारती तत्वों ने लोगों को उकसाया था. सरकार को पहले ही उनके खिलाफ ठोस कदम उठाना चाहिए था.  वहीं नूंह में नेट बंद होने पर हुड्डा ने कहा कि, यात्रा कोई भी निकाल सकता है. सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है. सरकार को पता था कि नूह में हिंसा हो सकती है, लेकिन उन्होंने कोई कदम नहीं उठाया, ये सरकार की विफलता है. उन्होंने मांग की कि नूंह मामले की जांच सिटिंग जज से करवानी चाहिए.






'नूंह हिंसा सरकार की विफलता'


होम मिनिस्टर ये कहे कि मुझे तीन बजे पता चला, ये सरकार की विफलता है. पूर्व सीएम ने आगे कहा कि हरियाणा में कांग्रेस की सरकार आते ही OPS लागू की जाएगी. वहीं इससे पहले भी विपक्ष के नेता हुड्डा ने कहा था कि, नूंह विधायक आफताब अहमद ने जिला प्रशासन को संभावित स्थिति के बारे में सचेत किया था क्योंकि सोशल मीडिया पर भड़काने वाली बातें चल रही थीं. इसके बावजूद सरकार ने सही समय पर उचित कदम क्यों नहीं उठाया? सरकार पूरे मामले की न्यायिक जांच से क्यों भाग रही है?



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