(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Politics: हरियाणा में बेरोजगारी को लेकर कांग्रेस के निशाने पर खट्टर सरकार, किरण चौधरी ने बोला हमला
Chandigarh News: कांग्रेस नेता किरण चौधरी ने बेरोजगारी समेत कई मुद्दों को लेकर बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार युवाओं का मजाक बना रही है.
Haryana News: बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर बीजेपी-जेजेपी की गठबंधन सरकार एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर है. हरियाणा कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने गठबंधन सरकार को फिर घेरा है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि क्या युवाओं को ऐसे मिलेगा रोजगार? उलूल-जुलूल नियमों के चलते शिक्षकों की भर्ती कोर्ट में अटक जाती हैं. युवा बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं जबकि 30% पद खाली हैं. रिटायरमेंट वालों को ही फिर से नौकरी पर रख रहे हैं नए अभ्यर्थियों को कब मौका मिलेगा? स्कूलों के हालात कब सुधरेंगे?
‘युवाओं का मजाक न बनाए गठबंधन सरकार’
किरण चौधरी ने आगे लिखा कि क्या ऐसे मिलेगी शिक्षा? क्या ऐसे मिलेगा रोजगार? क्या ऐसे आगे बढ़ेगा प्रदेश? दिन-रात मेहनत करके नौकरी पाने की चाह रखने वाले युवाओं का मजाक न बनाए गठबंधन सरकार.
गरीबों का जीना क्यों मुहाल कर दिया गठबंधन सरकार?
वहीं किरण चौधरी ने एक और ट्वीट कर परिवार पहचान पत्र को लेकर सरकार पर सवाल खड़े किए है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अब किसे दोषी ठहराएंगे? प्रदेश में 55.68% लोग गरीबी रेखा से नीचे पहुंच गए हैं. अब सवाल किए जाएंगे तो बोलेंगे लोगों ने आय गलत दिखाई है. अगर आय गलत दिखाई है तो वेरिफिकेशन तो सरकार ने ही करवाई है. परिवार पहचान पत्र का डाटा ही गलत हुआ फिर तो. जानकार योजनाओं का लाभ ले रहे हैं, गरीब लोग CSC सेंटरों के चक्कर काट रहे हैं. PPP लाकर गरीबों का जीना क्यों मुहाल कर दिया गठबंधन सरकार?
आशा वर्करों के प्रदर्शन पर भी आई किरण चौधरी की प्रतिक्रिया
वहीं हरियाणा में लंबे समय से किए जा रहे आशा वर्करों के प्रदर्शन को लेकर भी किरण चौधरी की प्रतिक्रिया आई है. किरण चौधरी ने ट्वीट कर लिखा- डेढ़ महीने से अपना हक मांग रही इन आशा वर्कर बहनों की पीड़ा समझने वाला कोई नहीं. मंत्री साहब में इतना साहस तक नहीं कि इनसे मिलकर बात तक कर लें. ज्ञापन लेने तक में पसीने छूट रहे हैं, पहरा लगाया हुआ है. क्या ये आज़ाद भारत की तस्वीर है? इन बहनों को कभी सड़क पर घसीटा जाता है तो कभी धक्के दिए जाते हैं. हठधर्मी छोड़ इनकी बात सुने गठबंधन सरकार.