Haryana CHEERAG Scheme: हरियाणा (Haryana) में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के छात्रों के लिए सरकार ने समान शिक्षा राहत सहायता और अनुदान योजना (CHEERAG Scheme) की शुरुआत की है. इस बीच राज्य के सिर्फ 381 निजी स्कूलों ने चिराग योजना के तहत बच्चों को दाखिला देने पर अपनी सहमति दी है. वहीं हरियाणा में करीब आठ हजार निजी स्कूल हैं, जिसमें से गुरुग्राम (Gurugram) में लगभग 400 हैं, लेकिन इनमे से भी सिर्फ तीन स्कूलों ने सरकारी पोर्टल पर अपनी सीटों की घोषणा की है और चिराग योजना के तहत ईडब्ल्यूएस परिवारों के छात्रों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने की सहमति दी है.


वरिष्ठ प्रारंभिक शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कई स्कूल आगे नहीं आए, क्योंकि यह एक स्वैच्छिक योजना है. लगभग 381 स्कूलों की तरफ से कुल 24,987 सीटें घोषित की गई हैं. इस योजना के तहत प्रवेश आरटीई अधिनियम के अतिरिक्त हैं. गौरतलब है कि पहले नियम 134-ए के तहत छात्रों को एडमिशन मिलता था. 134-ए के तहत सिर्फ 10 फीसदी ही बच्चे प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन ले पाते थे. अब चिराग योजना के तहत दूसरी से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को नि:शुल्क दाखिला मिलेगा.


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इस योजना का लाभ उठाने के लिए 1 से 7 जुलाई तक आवेदन करने होंगे. वहीं पूरी प्रक्रिया 27 जुलाई तक चलेगी. इसमें 1.80 लाख रुपये से कम आय वाले परिवार के बच्चों को एडमिशन मिलेगा. दूसरी तरफ इस योजना के तहत सिर्फ 381 निजी स्कूलों के एडमिशन देने की सहमति पर ऑल इंडिया पेरेंट्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने कहा है कि स्कूलों के इस तरह सामाजिक जिम्मेदारी से बचने की कोशिश दुखद है. वहीं नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस के अध्यक्ष कुलभूषण शर्मा का कहना है कि स्कूलों में इस तरह की योजना को लागू करने में व्यावहारिक चुनौतियां हैं. किसी को भी आरटीई अधिनियम से कोई समस्या नहीं है और स्कूल इसका पालन कर रहे हैं.


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