Haryana News: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का फर्जी डेथ सर्टिफिकेट वायरल होने का मामला सामने आया है. जिसकी वजह से उत्तरप्रदेश से लेकर हरियाणा तक खलबली मची हुई है. फर्जी डेथ सर्टिफिकेट को लेकर दावा किया जा रहा है उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से यह जारी हुआ है. यही नहीं इस फर्जी डेथ सर्टिफिकेट को निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है. वही फर्जी डेथ सर्टिफिकेट के वायरल होने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने जांच के आदेश दिए है. 


5 मई 2022 बताई गई मृत्यु की तारीख 
फर्जी डेथ सर्टिफिकेट  को लेकर एक CMO के एक अधिकारी ने कहा कि उनके पास वायरल फर्जी डेथ सर्टिफिकेट को लेकर कोई जानकारी नहीं आई है. सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली खबरों में कोई सच्चाई नहीं होती है. वही जो फर्जी डेथ सर्टिफिकेट वायरल हो रहा है वो 2 फरवी 2023 को जारी किया गया है और उसमें मृत्यु की तारीख 5 मई 2022 बताई गई है. प्रमाण पत्र में मनोहर लाल खट्टर पुत्र हरबंश लाल लिखा गया है. 


जिले के अफसरों से की गई पूछताछ 
इस फर्जी डेथ सर्टिफिकेट  को लेकर एक ओर बड़ी बात सामने आई है. जिससे पता चलता है कि प्रमाण पत्र पर जिस प्राइमरी हेल्थ सेंटर पन्नूगंज उर्फ शाहगंज के रजिस्ट्रार के मुहर लगी है ऐसा कोई हेल्थ सेंटर है ही नहीं. सोनभद्र जिला प्रशासन का दावा है कि शाहगंज में एक पीएचसी है लेकिन वहां से लंबे समय से कोई डेथ सर्टिफिकेट  ही जारी नहीं किया गया है. फर्जी डेथ सर्टिफिकेट  को लेकर सोनभद्र जिला मजिस्ट्रेट चंद्र विजय सिंह ने भी अफसरों से पूछताछ की कोई जानकारी नहीं मिल पाई है. वही फर्जी डेथ सर्टिफिकेट  को लेकर अब मामला दर्ज करवाने की बात कही जा रही है. अधिकारियों का कहना है कि जरूर ये किसी की शरारत है मामले की जांच करवाई जाए.   


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