हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अवैध खनन को रोकने के लिए बुधवार को व्हीकल मूवमेंट ट्रैकिंग सिस्टम मोबाइल ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप को लेकर हरियाणा सरकार की तरफ से कहा गया है कि व्हीकल मूवमेंट ट्रैकिंग सिस्टम मोबाइल ऐप राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, हरियाणा द्वारा डिजाइन और विकसित किया गया है. यह एक सामान्यीकृत ऐप है इसका उपयोग रेत, कंक्रीट, खनन सामग्री ढोने वाले वाहनों को ट्रैक करने जैसे एकाधिक-उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है. सभी जिलों में विभिन्न चौकियों पर इस ऐप का इस्तेमाल किया जाएगा.
मतलब साफ है कि अब हरियाणा के सभी जिलों में अलग-अलग चौकियों पर इस ऐप का उपयोग किया जाएगा और वाहन के विवरण जैसे वाहन नंबर, वाहन का प्रकार, आन-जान, चालक की डिटेल में उसका नाम, चालक मोबाइल नंबर और चालक लाइसेंस नंबर की भी जानकारी मिलेगी. हरियाणा सरकार की तरफ से जारी हुए प्रेस रिलीज में साफ किया गया है कि यदि वाहन को एक जगह से दूसरी जगह पर जाना है तो तो अधिकारी प्रारंभिक चेक पोस्ट से वाहन के निकास को अंतरिम निकास के रूप में चिह्नित कर सकते हैं. इसके साथ ही वह गंतव्य चेकपॉइंट पर भी इसे अंतिम निकास के रूप में चिह्नित कर सकते हैं.
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इस ऐप को वही लॉगइन कर सकता है जिनके मोबाइल नंबर हरियाणा सरकार के डेटाबेस में रजिस्टर्ड हैं. इस ऐप के माध्यम से वाहन की सभी यात्रा के बारे में भी जानकारी रहेगी, जो किसी भी समय ऐप के माध्यम से देखा जा सकता है. व्हीकल मूवमेंट ट्रैकिंग सिस्टम मोबाइल ऐप के लॉन्चिंग कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल, शहरी स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर और हरियाणा परिवार पहचान प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विकास गुप्ता भी मौजूद रहे.