पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) की सरकार बनते ही हरियाणा के सीएम मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar) ने एसवाईएल नहर (सतलज यमुना लिंक) के पानी की मांग पेश कर दी है. हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने कहा कि सरकार की दोहरी जवाबदेही है. उन्होंने कहा कि हमें पंजाब से पानी लेना है और दिल्ली को मुहैया कराना है.
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि ऐसे में इस पर आप सरकार की जवाबदेही अधिक है, क्योंकि दोनों ही राज्यों दिल्ली और पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है. इस दौरान सीएम खट्टर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी निशाना साधा.
हरियाणा की तुलना दिल्ली से नहीं हो सकती
सीएम मनोहर लाल ने कहा, 'मैं आप के हरियाणा आने को लेकर चिंतित नहीं हूं. हरियाणा की तुलना में दिल्ली छोटी है. दिल्ली में करीब 1,100 सरकारी स्कूल हैं, लेकिन हरियाणा में 15,000 सरकारी स्कूल हैं. वहीं, वहां की खेती योग्य भूमि हरियाणा की तुलना में बहुत कम है, क्योंकि हरियाणा में 80 लाख एकड़ कृषि भूमि है. इसी तरह, अलग-अलग क्षेत्रों की अलग-अलग स्थितियां हैं, इसलिए दिल्ली की तुलना हरियाणा से नहीं की जा सकती, लेकिन हरियाणा की तुलना पंजाब से जरूर की जा सकती है. इस समय, मुझे इस बात की अधिक चिंता है कि वे पंजाब को कैसे मैनेज करते हैं.
विपक्ष के दावे पर तीखा हमला
एक सवाल के जवाब में सीएम ने कहा कि हरियाणा में चीफ मिनिस्टर गुड गवर्नेंस एसोसिएट का किसी राजनीतिक संगठन से कोई लेना-देना नहीं है और सरकार उन्हें कोई वेतन नहीं देती है. राज्य में लगभग 2.70 लाख लाभार्थियों की वृद्धावस्था पेंशन बंद करने के विपक्ष के दावे पर तीखा हमला बोलते हुए, सीएम ने कहा, “विपक्ष नए पेंशन लाभार्थियों की संख्या के बारे में विवरण साझा नहीं करेगा, वे केवल बात करते हैं पेंशन कटौती के बारे में मार्च 2022 तक दो वर्षों में 2.61 लाख नए लाभार्थियों को जोड़ा गया है, ”खट्टर ने कहा, इन दो वर्षों में लगभग 2.41 लाख लोगों की मृत्यु हुई थी, उनकी पेंशन बंद कर दी गई थी.
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