कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी रार खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. हाल ही में पंजाब में किए बदलाव के बाद अब पड़ोसी राज्य हरियाणा में भी कांग्रेस की मुश्किलें दिख रही हैं. खबरों की मानें तो हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा (Selja Kumari) ने अपने पद से इस्तीफा देने का प्रस्ताव कांग्रेस सुप्रीमो सोनिया गांधी को दिया है. अंदरूनी खबरों की मानें तो पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक विधायकों ने प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है.


इसी वजह से दलित समाज से आने वाली पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी शैलजा ने अपनी ही पार्टी के दूसरे गुट के दबाव में आने से हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है. ये तो सभी को पता है कि भूपेंद्र हुड्डा कांग्रेस के खिलाफ असंतोष जाहिर करने वाले जी-23 नेताओं में भी शामिल रहे हैं. इतना ही नहीं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा लगातार बदलाव की मांग कर रहे हैं, वह प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी अपने खेमे के किसी व्यक्ति को देना चाहते हैं.


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बेटे दीपेंद्र हुड्डा के लिए भी बैटिंग कर रहे हैं भूपेंद्र हुड्डा


जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपने अनुभव के हिसाब से पार्टी की कमान खुद लेना चाहते हैं और उन्होंने कुमारी शैलजा के खिलाफ काफी पहले से ही अभियान चलाए हुए हैं. वहीं हरियाणा में दलितों और महिलाओं के बीच कुमारी शैलजा की पकड़ अच्छी बताई जाती है. पर्दे के पीछे चल रही खबरों की मानें तो हुड्डा अपने बटे दीपेंद्र हुड्डा के लिए भी अभियान चल रहा है. हुड्डा चाहते हैं कि कांग्रेस आलाकमना हरियाणा में बदलाव करे. शैलजा के पार्टी अध्यक्ष पद से हटाने की एक वजह ये भी सामने आ रही है कि हरियाणा में जाट राजनीति है इसलिए इस समय कांग्रेस हरियाणा में काफी पीछे है.


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