Haryana Congress Crisis: हरियाणा (Haryana) में हाल ही में आदमपुर विधानसभा सीट (Adampur Assembly Seat) पर उपचुनाव हुआ. इस सीट पर पहली बार बीजेपी (BJP) को जीत मिली. वहीं लगातार इस सीट पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस (Congress) को हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद से ही हरियाणा कांग्रेस में घमासान जारी है. कांग्रेस विधायक किरण चौधरी (Kiran Choudhry) ने हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष उदयभान (Udaybhan) पर पलटवार किया है.


किरण चौधरी ने कहा, "किसी भी चुनाव में ड्यूटी लगाना प्रदेश अध्यक्ष का काम होता है. मैं ऐसे ही थोड़े कहीं भी चली जाउंगी. मैं भी प्रदेश के सभी बड़े पदों पर काम कर चुकी हूं." उदयभान ने किरण चौधरी पर टिप्पणी की थी कि वह किसी ऐसी हैसियत में नहीं कि चुनाव को लेकर चर्चा की जाए. इसके जवाब में किरण चौधरी ने कहा, "मैं 5 बार विधायक रह चुकी हूं. इसके बाद भी वह मुझे नजरअंदाज करते हैं. हम चाहते हैं कि उनके साथ चलें, लेकिन वह मौका ही नहीं देते हैं. यहां तक कि वह हमसे बात करने में भी गुरेज करते हैं. आदमपुर उपचुनाव में यदि वह सम्मान से बोलते तो मैं प्रचार के लिए जरूर जाती."


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कुमारी शैलजा के बयानों का किया समर्थन
कांग्रेस विधायक ने कहा कि इस बार आदमपुर चुनाव में किसी बड़े नेता को नहीं पूछा गया. इससे पहले प्रदेश में हुए उपचुनाव के लिए कांग्रेस में सभी नेताओं को बुलाकर चर्चा की जाती थी. यह अपने आप में बेहद अचरज भरी बात है. साथ ही उन्होंने कहा कि आदमपुर में टिकट बंटवारे में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है. यही नहीं किरण चौधरी ने कुमारी शैलजा के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस को आगे बढ़ाने और सरकार बनाने के लिए सभी को मिलकर साथ चलना होगा. अगर एक तरफ की हवा दी गई तो पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती. प्रदेश अध्यक्ष का पद बेहद गरिमा भरा पद होता है. इसलिए इस पद पर बैठकर ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए.