(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Politics: हरियाणा से भी कांग्रेस को लगेगा झटका? कुलदीप बिश्नोई ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से की मुलाकात
Haryana News: कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद पार्टी से नेताओं की रवानगी का सिलसिला जारी है. सुनील जाखड़ और हार्दिक पटेल के बाद अब हरियाणा में राजनीतिक हलचल बढ़ गई है.
Haryana Congress News: इस्तीफों और नेताओं के बागी रुख का सामना कर रही कांग्रेस (Congress) को अब हरियाणा (Harayana News) से भी तगड़ा झटका लग सकता है. पार्टी के नाराज नेता कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishnoi) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) से मुलाकात की है. दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात गुरुवार को हुई. कुलदीप बिश्नोई ने सीएम खट्टर के साथ हुई इस मुलाकात की तस्वीर ट्वीट की है.
माना जा रहा है कि पार्टी हाईकमान द्वारा राज्य इकाई का अध्यक्ष ना बनाए जाने से वह नाराज हैं. इतना ही नहीं वह बीते दिनों उदयपुर में हुए चिंतन शिविर में भी शामिल नहीं हुए थे. जब पार्टी ने हरियाणा कांग्रेस की कमान उदयभान (Udai Bhan) को सौंपी तो उन्होंने कहा था कि वह राहुल गांधी से इस पर जवाब मांगेंगे.
कुलदीप बिश्नोई के अध्यक्ष ना बनाए जाने पर पार्टी के नेता और पूर्व विधायक रणदीप सिंह सूरजेवाला ने उम्मीद जताई थी कि पार्टी उन्हें सम्मान देगी. वहीं मनोहर लाल खट्टर से मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इस साल की शुरुआत में भी कुलदीप बिश्नोई ने सीएम खट्टर से मुलाकात की थी.
क्या रहा है कुलदीप बिश्नोई का इतिहास?
कुलदीप बिश्नोई, राजनीतिक पाले बदलने वाले नेता रहे हैं. साल 2006 में कांग्रेस छोड़कर हरियाणा जनहित कांग्रेस बनाई थी. फिर 10 साल बाद 2016 में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस में विलय कर दिया था. हालांकि इन दस सालों में वह राज्य में बीजेपी के सहयोगी बने रहे. बीजेपी और हरियाणा जनहित कांग्रेस के बीच साल 2011 से 2014 तक गठबंधन हुआ था.
यह वही दौर था जब देश में अन्ना हजारे और बाबा रामदेव का आंदोलन जारी था. इसी दौरान पहला उपचुनाव हिसार लोकसभा सीट पर ही हुआ था. जिसमें कुलदीप बिश्नोई में बीजेपी और इंडियन अगेंस्ट करप्शन के सहयोग से इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) और कांग्रेस के उम्मीदवार को मात दी थी.
11 साल तक हरियाणा के सीएम थे बिश्नोई के पिता भजन लाल
हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के साथ गठबंधन होने के बावजूद कुलदीप बिश्नोई को हिसार सीट से दुष्यंत चौटाला के हाथों हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद कुलदीप बिश्नोई, हरियाणा में बड़ी ताकत नहीं रह गए.
कुलदीप बिश्नोई के राजनीतिक विरासत की बात करें तो उनके पिता भजन लाल करीब 11 साल तक राज्य के सीएम और केंद्र में मंत्री रहे हैं. वहीं गांधी परिवार से भी कुलदीप बिश्नोई की नजदीकी रही है. राज्य की आदमपुर विधानसभा सीट से भजन लाल के परिवार को कभी हार का सामना नहीं करना पड़ा है.
कुलदीप बिश्नोई भी फिलहाल आदमपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं. साल 2020 की में जब राजस्थान सरकार में डिप्टी सीएम रहे सचिन पायलट ने बागी तेवर दिखाए थे तो कुलदीप बिश्नोई ने ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट और खुद की तस्वीर ट्वीट की थी.
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