Farmer Protest: तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों और हरियाणा सरकार के बीच एक बार फिर से टकराव की स्थिति पैदा होती दिख रही है. नारनौंद घटना के मामले में हरियाणा के किसान हांसी के एसपी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार को प्रशासन के साथ मांगों पर सहमति नहीं बनने के बाद किसानों ने हांसी में स्थाई धरना लगा लिया है.


किसानों की मांग है कि तीन किसानों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी रद्द की जाए. पिछले हफ्ते नारनौंद में भारतीय जनता पार्टी के सांसद रामचंद्र जांगड़ा के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान उनकी कार को हुए नुकसान के संबंध में तीन किसानों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.


सोमवार को किसानों ने हांसी में एसपी ऑफिस के पास एक पंचायत की, जिसे भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने संबोधित किया. किसान नेता विकास सिसर ने हांसी एसपी ऑफिस के बाहर धरना लगाने की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया था और किसानों के 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने उनके साथ बैठक में कोई नतीजा नहीं निकला. 


चोटिल किसान की हालत गंभीर


सिसर ने कहा, ''हमारी मांग है कि रामचंद्र जांगड़ा के खिलाफ मामला दर्ज किया जाए और किसानों पर दर्ज हत्या की कोशिश का मामला वापस लिया जाए.''


प्रदर्शन कर रहे किसानों ने इससे पहले अपनी मांगों को लेकर हरियाणा के हिसार जिले के नारनौंद थाने की घेराबंदी की थी. सिसर ने कहा, ''हमने तय किया है कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक हम अपना धरना जारी रखेंगे. हांसी में अब अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा.''


संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा था कि कुलदीप सिंह राणा नाम का किसान इस घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया और अब भी वह जिंदल अस्पताल में अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहा है. सोमवार को करनाल में पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि नारनौंद की घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है.


Punjab News: आम आदमी पार्टी का बड़ा चुनावी वादा, किसानों को फ्री में दिया जाएगा पराली का समाधान