Haryana News: हरियाणा में गुरुग्राम पुलिस ने जिले के खांडसा गांव में स्थित मजार में कथित तौर पर आग लगाने वाले पांच आरोपियों में से तीन को मंगलवार (8 अगस्त) को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक, पांच लोगों ने पड़ोसी जिले नूंह और शहर के अन्य हिस्सों में पिछले सप्ताह हुई सांप्रदायिक झड़पों को लेकर वायरल हुए सोशल मीडिया पोस्ट से प्रभावित होकर घटना को अंजाम दिया था.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान गुलशन, विजय और ललित के तौर पर की गई है और तीनों खांडसा गांव के ही रहने वाले हैं. उन्होंने बताया कि गुलशन दुकानदार है, विजय पेशे से ऑटो चालक और ललित दवा पहुंचाने वाले प्रतिनिधि (डिलीवरी ब्वॉय) के तौर पर काम करता है.
एसीपी अपराध वरुण दहिया ने कहा कि नूंह हिंसा को लेकर सोशल मीडिया पर प्रसारित पोस्ट देखने के बाद पांच आरोपियों ने उपद्रव की योजना बनाई. नशे की हालत में आरोपियों ने रविवार (6 अगस्त) की रात किसी ज्वलनशील पदार्थ की मदद से आगजनी शुरू कर दी. वे घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए. हमारी टीम ने उनकी पहचान की, जिनमें से तीन को गिरफ्तार कर लिया गया है. हम आरोपियों से पूछताछ कर रहे हैं.
यह घटना तब हुई जब पिछले हफ्ते पड़ोसी जिले नूंह में शुरू हुई सांप्रदायिक झड़पों के आसपास के इलाकों में फैलने के मद्देनजर गुरुग्राम में दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई थी. गुरुग्राम जिला प्रशासन ने सोमवार (7 अगस्त) को धारा 144 हटा ली.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के मूल निवासी और मजार की देखरेख करने वाले घसीटे राम द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, रविवार (6 अगस्त) की रात साढ़े आठ बजे जब वह खांडसा गांव स्थित मजार से फिरोज गांधी कॉलोनी स्थित अपने घर के लिए निकले तो सब कुछ सामान्य था. उन्होंने सेक्टर-37 पुलिस थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में कहा कि रात लगभग एक बजकर 30 मिनट पर मुझे मजार के पास रहने वाले किसी व्यक्ति का फोन आया कि कुछ अज्ञात लोगों ने इसमें आग लगा दी है. राम ने कहा कि लोगों की मदद से आग पर काबू पा लिया गया. उन्होंने शिकायत में कहा, ‘‘लेकिन जब मैंने वहां जाकर देखा, तो मजार में रखी गई चढ़ावे की सामग्री जल चुकी थी.’’
राम ने कहा कि वह करीब सात साल से मजार की देखरेख का काम कर रहे हैं और उन्होंने सभी धर्मों के लोगों को वहां इबादत करते देखा है. बाजार के बीचोबीच स्थित इस छोटी सी मजार की भीतरी दीवारों पर ‘‘पीर बाबा’’ की कब्र के साथ हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें भी हैं. बाहरी दीवार पर एक हिंदू देवता की तस्वीर और ॐ तथा स्वास्तिक के चिह्न बने हुए हैं.