Haryana Fake Blood Centre: हरियाणा के फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDA) ने गैर कानूनी तरीके से चल रहे ब्लड सेंटर (Blood Centre) पर कार्रवाई की. हिसार (Hisar) के एक व्यक्ति के खिलाफ फर्जी डॉक्यूमेंट्स के जरिए ब्लड सेंटर का लाइसेंस लेने के लिए एफआईआर (FIR) दर्ज की. पुलिस ने बताया कि आरोपी संदीप ने अपने फर्जी डॉक्यूमेंट्स में खुद को आरवी हेल्थकेयर एंड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल (Aarvy Healthcare and Superspecialty Hospital) सेक्टर 90 गुरुग्राम के मैनेजर के रूप में दिखाया. इसने इस अस्पताल के नाम से ही ब्लड सेंटर के लिए लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया.
वहीं इस मामले में आरवी हेल्थकेयर एंड सुपरस्पेशलिटी अस्पताल ने भी पुलिस को 15 सिंतबर को शिकायत की थी. पुलिस ने अपनी शिकायत में बताया कि एक व्यक्ति ने उसकी स्टेशनरी, डॉक्टरों और निदेशकों के हस्ताक्षर के दुरुपयोग का किया है. फिर पुलिस ने अधिकारियों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ गुरुवार को मामला दर्ज किया गया.
खेड़की दौला थानें में FIR दर्ज
इसके बाद एफडीए (FDA) की टीम ने इस मामले का पर्दाफाश करते हुए थाना खेड़की दौला, गुरुग्राम के SHO को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया. वहीं पुलिस ने आरोपी के खिलाफ खेरकी दौला (Kherki Daula) में आईपीसी की धारा 420 (धोखाधड़ी), 467, 468 (धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी), 471 (फर्जी डॉक्यूमेंट्स का उपयोग), 120-बी (आपराधिक साजिश) के तहत FIR दर्ज की.
इस तरह के मामलों पर होगी सख्त कार्रवाई- अनिल विज
हरियाणा में हो रहीं इस तरह की घटनाओं को लेकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को प्रेस रिलीज जारी की. जिसमें स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ब्लड सेंटर कानून के अनुसार चलें. अगर कोई भी बल्ड सेंटर अवैध गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो ऐसे लोगों और सेंटरों से सख्ती से निपटा जाएगा. हरियाणा सरकार ने इस तरह के मामलों में अब तक नौ एफआईआर दर्ज की हैं, जिसमें 15 बल्ड सेंटर के लाइसेंस निलंबित हुए हैं.
Delhi Rain: दिल्ली में पिछले 24 घंटे की बारिश ने बना दिया ऐसा 'रिकॉर्ड', आप भी जानें
AIIMS Delhi Director: दिल्ली एम्स के नए डायरेक्टर की हुई नियुक्ति, जानें- किसे मिली जिम्मेदारी?