(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Haryana Politics: हरियाणा सरकार को माननी पड़ी हुड्डा की बात, 'भाजपा राज में तीन गुना बढ़ी बेरोजगारी दर'
हरियाणा में बेरोजगारी की दर तेजी से बढ़ी है. जिसको लेकर राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बीजेपी सरकार को घेरा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में 2014 के बाद एक भी नई फैक्ट्री नहीं लगी है.
Haryana News: हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार बेरोजगारी के मुद्दे पर अक्सर घिरती नजर आई है. जिसको लेकर सरकार की तरफ से बार-बार सफाई भी दी गई है कि कांग्रेस लोगों को हरियाणा में बेरोजगारी की दर को लोगों को गुमराह कर रही है. जबकि सच्चाई ये नहीं है. बेरोजगारी के मुददे पर कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार को घेरने की तैयारी कर ली है. कांग्रेस से राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने फिर खट्टर सरकार पर हमला बोला है.
हरियाणा में बेरोजगारी दर पहुंची 9.0%
राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने ट्वीट कर लिखा कि आज संसद में मेरे सवाल के जवाब में मोदी सरकार ने माना कि हरियाणा में BJP-JJP राज में बेरोज़गारी 3 गुना से भी ज़्यादा बढ़ी है जो की उत्तर भारत में सर्वाधिक है. बार-बार CMIE के आंकड़ों को नकराने वाले मनोहर लाल खट्टर जी अब क्या कहेंगे? 2013-14 में हरियाणा में हुड्डा सरकार के समय बेरोजगारी दर 2.9% थी वो BJP राज में 2021-22 तक 9.0% पर जा पहुंची. लक्षद्वीप जैसे छोटे टापुओं को छोड़ दें तो ये देश में सर्वाधिक है.
आज संसद में मेरे सवाल के जवाब में मोदी सरकार ने माना कि हरियाणा में BJP-JJP राज में बेरोज़गारी 3 गुना से भी ज़्यादा बढ़ी है जो की उत्तर भारत में सर्वाधिक है।
बार-बार CMIE के आंकड़ों को नकराने वाले @mlkhattar जी अब क्या कहेंगे?
2013-14 में हरियाणा में हुड्डा सरकार के समय… pic.twitter.com/IBtFc2dS8g
— Deepender S Hooda (@DeependerSHooda) July 20, 2023 [/tw]
हरियाणा में बेरोजगारी दर दोगुने से भी ज्यादा
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बेरोजगारी दर 4.1 प्रतिशत है. जबकि इस हिसाब से हरियाणा में बेरोजगारी दर दोगुने से भी ज्यादा है. बेरोजगारी की दर में हरियाणा ने बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, गुजरात,उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और झारखंड को भी पीछे छोड़ दिया है.
प्रदेश में नहीं लगी एक भी नई फैक्ट्री
हुड्डा ने कहा कि 2014 तक को प्रदेश प्रति व्यक्ति आय, प्रति व्यक्ति निवेश में सबसे आगे रहा. लोग दूर-दूर से यहां रोजगार के लिए आते थे. लेकिन 9 सालों में प्रदेश में कोई नई फैक्ट्री नहीं लगी और ना ही प्रदेश में कोई बड़ा निवेश हुआ. कई बड़ी परियोजनाएं दूसरे प्रदेशों में चली गईं. इसके अलावा हरियाणा में अभी 2 लाख सरकारी पद अभी भी खाली पड़े है. कई भर्तियां भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रही हैं. हरियाणा के युवा हताश और निराश है.
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