Haryana News: हरियाणा में बिजली की दरों को लेकर लंबे समय से चर्चाएं चल रही थी कि बिजली की दरों में बढ़ोतरी (Electricity Price Hike) होने वाली है. लोगों के बीच इस चर्चाओं से तेजी से भ्रम फैल रहा था. बिजली की दरों में इस बार कितने रुपये तक की बढ़ोतरी होगी? ऐसे कई सवाल लोगों के जहन में घूम रहे थे. लेकिन हरियाणा सरकार ने इन सब चर्चाओं पर अब फुल स्टॉप लगा दिया है.
सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने बड़ा ऐलान करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष (2023-24) के लिए बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है, जबकि कृषि क्षेत्र के लिए बिजली सब्सिडी पहले की तरह जारी रहेगी. आपको बताते चलें कि हरियाणा सरकार बिजली के मुद्दे पर चौफरफा घिरी नजर आती है. क्योंकि हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब में सरकार द्वारा मुफ्त बिजली दी जा रही है. ऐसे में राज्य सरकार पर भी मुफ्त बिजली देने का दवाब बढ़ा है, जिसको देखते हुए सरकार मुफ्त बिजली ना सही, बिजली की दरों को ज्यों के त्यों रखा है.
कब-कब कितने रुपये बढ़े
हरियाणा में सभी श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 76 लाख से अधिक है. सीएम के इस फैसले से लाखो लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. उल्लेखनीय है कि वर्ष 2022-2023 के दौरान पहली श्रेणी में शून्य से 50 यूनिट तक के लिए बिजली दर दो रुपये प्रति यूनिट रही, जबकि 51 से 100 यूनिट तक 2.50 रुपए वसूले गए. दूसरी श्रेणी में 0 से 150 यूनिट तक 2.75 रुपए, 150 से 250 यूनिट पर 5.25 रुपए, 251 से 500 यूनिट पर 6.30 रुपए और 501 से 800 यूनिट पर 7.10 रुपए शुल्क लिया गया.
लाइन लॉस में हुआ कम
बताया जा रहा है कि अच्छे प्रबंधन की वजह से बिजली के लाइन लॉस को कम करने में बड़ी सफलता मिली है. जो लाइन लॉस पहले 25 से 30 प्रतिशत तक रहता था वो अब 13.43 प्रतिशत रह गया है. सरकार ने नियमित बिजली आपूर्ति के लिए पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए हैं. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का भी बिजली की दरों को लेकर बयान आया है उन्होंने कहा कि अनेकों बार बिजली की उपलब्धता नहीं होने की बाद भी प्रदेश सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को पूरी बिजली उपलब्ध करवाई गई, सरकार ने बेहतरीन बिजली प्रबंधन का उदारहण दिया है.
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