Haryana: खट्टर सरकार का फैसला, कोरोना काल में दर्ज आठ हजार से ज्यादा FIR लेगी वापस
Haryana News: कोरोना महामारी के दौरान प्रोटोकॉल का उल्लंघन कर कानूनी पचड़ों का सामना कर रहे लोगों को अब राहत मिलने वाली है. हरियाणा सरकार ने एफआईआर वापस लेने का फैसला किया है.
Chandigarh News: हरियाणा (Haryana) में उन लोगों को राहत मिलने जा रही है जिनके खिलाफ कोविड-19 महामारी (Covid-19) के दौरान मानक संचालक प्रक्रियाओं (SOP) और दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने पर केस दर्ज किया गया था. दरअसल, सीएम मनोहर लाल खट्टर (Manohar Lal Khattar) ने गुरुवार को इन सभी लोगों के खिलाफ दर्ज एफआईआर (FIR) वापस लेने का फैसला किया है. उन्होंने कहा कि उन व्यक्तियों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
सीएम खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कोविड-19 से जुड़े नियमों का पालन न करने पर 8275 एफआईआर दर्ज की गई थी. सीएम ने कहा कि इस मामले में 14,127 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. हालांकि उन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था. सीएम खट्टर ने कहा कि हम सभी मामलों को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. सीएम खट्टर ने कहा कि इनमें से कुछ मामलों में कोर्ट में सुनवाई होनी है. सीएम खट्टर ने कहा कि हम इस मामले को कोर्ट में उठाएंगे.
इन शहरों में दर्ज हुए थे मामले
बता दें कि इनमें से सबसे ज्यादा मामले गुरुग्राम में दर्ज किए गए थे. हरियाणा के सीएम ने मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि कुल एफआईआर में 1,030 मामले गुरुग्राम में, 814 झज्जर में,765 फरीदाबाद में, 646 मामले रोहतक और 545 मामले करनाल में दर्ज किए गए थे. सीएम खट्टर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यमुनानगर और अंबाला में जहरीली शराब से हुई मौत के मुद्दे पर भी बात की. सीएम ने कहा कि शराब के उत्पादन और वितरण से संबंधित अवैध गतिविधियों से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए गए हैं जिस दौरान 34 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है. इस संंबध में अब छह एफआईआर दर्ज की गई है. इस मामले में आरोपियों पर 2.51 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया जा चुका है. सीएम ने बताया कि यमुनानगर में 19 और अंबाला में 16 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
ये भी पढ़ें- Gurugram: वर्ल्ड कप में हार के बाद रो-रोकर बच्चे की हालत बिगड़ी, पांच दिन बाद अस्पताल से मिलेगी छुट्टी