Haryana News: बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए हरियाणा सरकार की अनोखी पहल, छात्रों को जगाने के लिए मंदिर में बजेंगे अलार्म
हरियाणा रा़ज्य शिक्षा आयोग ने बोर्ड परीक्षाओं में उचित तैयारी के लिए, स्कूलों मैनेजमेंटों से छात्रों को सुबह उठकर पढ़ाई करने को कहा है. पंचायत सदस्यों को भी इस काम में सहयोग के लिए कहा गया है.
Haryana Education News: छात्रों पर परीक्षा में अच्छे नंबर लाने के लिए अभिभावकों और टीचरों का बहुत दबाव होता है. अक्सर छात्र आस-पास के माहौल के कारण और उचित समय प्रबंधन न होने के कारण परीक्षा में सही ढ़ंग से तैयारी नहीं करते हैं. इसी कड़ी में सीबीएसई (CBSE) सहित दूसरी बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए हरियाणा सरकार (Haryana Govt.) ने छात्रों को पढ़ाई के लिए बेहतर माहौल मुहैया करवाने के उद्देश्य से एक अनोखी पहल की है.
हरियाणा सरकार की इस योजना के मुताबिक बोर्ड परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों से अलार्म बजाये जायेंगे, जिससे छात्र उचित समय प्रबंधन के साथ सिलेब्स की तैयारी कर सकें. वहीं हरियाणा की राज्य शिक्षा आयोग ने संबंधित स्कूलों के मैनेजमेंट को ये भी निर्देश दिया है कि वह बच्चों के अभिभावकों से तालमेल स्थापित कर सुबह साढ़े चार बजे ही जगाने को कहे, जिससे वह सुबह के शांत माहौल में बोर्ड की परिक्षाओं की बेहतर ढ़ंग से तैयारी कर सकें.
शिक्षा विभाग ने स्कूल प्रधानाचार्यों को जारी नोटिस में ये कहा
सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और मैनेजमेंट को भेजे नोटिस में राज्य शिक्षा आयोग ने इस बात पर जोर दिया है कि, टीचर और अभिभावक को आपसी समन्वय से एक संयुक्त और आदर्श योजना तैयार करें. जिससे छात्रों को सेल्फ स्टडी के लिए एक्स्ट्रा टाइम मिल सके. नोटिस में ये भी कहा गया है कि टीचर बच्चों के अभिभावकों से यह अनुरोध करें कि, वह अपने बच्चों को सुबह साढ़े चार बजे जगायें और सवा पांच बजे तक पढ़ने के लिए बैठने को कहें.
विभाग ने इसके पीछे तर्क दिया है कि चूंकि सुबह दिमाग और मन फ्रेश रहता है और गाड़ियों के शोर शराबे की आवाज न के बराबर होती है, जिससे पढ़ाई बेहतर ढ़ंग से करने में आसानी होती है. इसके लिए विभाग ने शिक्षकों से व्हाट्सएप ग्रुप बनाने को कहा है, जिसके जरिये वह अभिभावकों से पूछताछ कर सकें कि छात्र जगे हैं या नहीं और उनके पढ़ाई करने की क्या स्थिति है. नोटिस में आगे कहा गया है कि अगर अभिभावक इस कार्य में टीचरों का सहयोग नहीं कर रहे हैं, तो स्कूल प्रबंधन समिति तत्काल प्रभाव से संज्ञान ले.
पंचायत सदस्य भी करेंगे इस काम में सहयोग
शिक्षा विभाग ने छात्रों के लिए पढ़ाई का उचित माहौल मुहैया कराना समाज की सामूहिक जिम्मेदारी बताते हुए, पंचायत सदस्यों को इसमें सहयोग कर आदर्श हालात पैदा करने की जिम्मेदारी सौंपी है. एनडीटीवी में छपे खबर के मुताबिक शिक्षा निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) अंशज सिंह ने सभी सरकारी स्कूल के प्राचार्यों और जिला शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में कहा कि मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों से सुबह में लाउडस्पीकरों के जरिये घोषणा की जानी चाहिएस, जिससे छात्र उठकर पढ़ाई शुरू कर सकें. उन्होंने कहा कि इससे छात्रों को 2 से 3 घंटा एक्स्ट्रा टाइम मिल जायेगा.
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